विस चुनाव के पूर्व भाजपा का सांगठनिक शक्ति बढ़ाने पर जोर
आगामी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने यहां अपनी सांगठनिक शक्ति को बढ़ाने के लिए कमर कस ली है.
सॉल्टलेक स्थित पार्टी मुख्यालय में हुई विशेष बैठक
संवाददाता, कोलकाताआगामी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने यहां अपनी सांगठनिक शक्ति को बढ़ाने के लिए कमर कस ली है. मंगलवार को सॉल्टलेक स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में विशेष बैठक का आयोजन किया गया. इसमें पार्टी के प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ-साथ केंद्रीय स्तर के नेता भी उपस्थित रहे. जानकारी के अनुसार, बैठक में पश्चिम बंगाल के लिए भाजपा के केंद्रीय प्रभारी सुनील बंसल, बिहार सरकार में मंत्री व पार्टी के प्रभारी मंगल पांडेय, पश्चिम बंगाल में पार्टी के केंद्रीय सह- प्रभारी अमित मालवीय के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, पूर्व सांसद दिलीप घोष, राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य, पूर्व सांसद डॉ सुभाष सरकार सहित अन्य नेता उपस्थित रहे. गौरतलब रहे कि प्रदेश भाजपा ने यहां एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखते हुए सदस्यता अभियान शुरू किया था. लेकिन बताया गया है कि पार्टी लक्ष्य का मात्र 50 प्रतिशत आंकड़ा ही पार कर पायी है. बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा की गयी. केंद्रीय नेताओं ने प्रदेश नेताओं से पूछा कि आखिर यह लक्ष्य क्याें हासिल नहीं किया जा सका? बूथ स्तर पर कमेटी गठित करने का निर्देश : बैठक के दौरान केंद्रीय नेताओं ने प्रदेश नेताओं को बूथ स्तर पर कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है. उनका कहना है कि जब तक बूथ स्तर पर कमेटी का गठन नहीं होता, तब तक यहां सांगठनिक शक्ति को मजबूत नहीं किया जा सकता. केंद्रीय नेताओं ने सभी मंडलों को बूथ स्तर पर चुनाव कराने और करीब 86,000 बूथों पर स्थानीय समितियां बनाने का निर्देश दिया है. पहले नेता सदस्यों को मनोनीत करते थे, लेकिन अब चुनाव होंगे और इसलिए सभी समितियों को प्रामाणिक और वास्तविक होना चाहिए. इस कदम का उद्देश्य सदस्यों की अधिक घोषणा को रोकना और भाई-भतीजावाद पर अंकुश लगाना है. पार्टी संविधान के अनुसार, एक स्थानीय समिति में अध्यक्ष सहित अधिकतम 12 सदस्य होने चाहिए. सभी सदस्यों का चुनाव स्थानीय समिति के प्राथमिक सदस्यों द्वारा किया जाएगा, जिसमें एक तिहाई पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे. इतना ही नहीं, केंद्रीय नेतृत्व के हालिया निर्देश के अनुसार, केवल सक्रिय सदस्य ही समिति का हिस्सा बन सकते हैं और कम से कम एक तिहाई पुराने सदस्यों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए.भाजपा की संगठनात्मक बैठक से नदारद रहे शुभेंदु
कोलकाता. भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने मंगलवार को कोलकाता में पार्टी की एक विशेष संगठनात्मक बैठक की, हालांकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी इस संगठनात्मक बैठक में अनुपस्थित रहे. जब इस बारे में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार से पूछा गया तो उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए थोड़े नाराजगी भरे लहजे में कहा कि वह (शुभेंदु ) राज्य के सबसे व्यस्त नेता हैं. इस कार्यशाला में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से लेकर वर्तमान अध्यक्ष, सभी केंद्रीय पर्यवेक्षक, विधायक, सांसद, जिला अध्यक्ष आदि सभी प्रमुख नेता मौजूद थे. लेकिन शुभेंदु नदारद थे. दरअसल, यह पहली बार नहीं है, इससे पहले हाल ही में कई अन्य संगठनात्मक बैठकों में भी शुभेंदु अनुपस्थित रहे हैं.पार्टी संगठनात्मक बैठक में शुभेंदु क्यों नहीं आये? जब पत्रकारों ने सुकांत से इस आशय के सवाल पूछे, तो उनका जवाब काफी संकेतात्मक था. उन्होंने कहा- विपक्ष के नेता को हमेशा संगठनात्मक बैठकों में आमंत्रित नहीं किया जाता है. हम उनके साथ अलग से बैठते हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारी संगठनात्मक बैठकें बहुत लंबी होती हैं. शुभेंदु के पास कई कार्यक्रम होते हैं. वह बंगाल के सबसे व्यस्त नेता हैं. उन्हें अलग-अलग जगहों की यात्रा करनी पड़ती है. उन्हें समय कहां मिलेगा.
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