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सीमा पर 200 से ज्यादा जगहों पर ‘ब्लैक स्पॉट’ चिह्नित

बांग्लादेश में अशांति के बीच बंगाल में लगातार बढ़ रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर प्रशासन सतर्क है.

भारत-बांग्लादेश सीमा पर पहले जिन रास्तों से पशुओं की होती थी तस्करी, अब वहां से घुसपैठ कराये जाने का अनुमान

संवाददाता, कोलकाता

बांग्लादेश में अशांति के बीच बंगाल में लगातार बढ़ रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर प्रशासन सतर्क है. भारत और बांग्लादेश की सीमा की पहरेदारी करने वाली बीएसएफ की तरफ से कूचबिहार से लेकर सुंदरवन तक की सीमा के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट तैयार की गयी है. सूत्रों के मुताबिक इनमें 200 से ज्यादा जगहों को ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिह्नित किया गया है. इनमें दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत 135 स्थान, उत्तर बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत 75 स्थान, कूचबिहार सीमा पर 8-10 स्थानों की पहचान की गयी है. इन्हें ‘ब्लैक स्पॉट’ के रूप में चिह्नित किया गया है. बीएसएफ के पूर्वी कमान के सूत्रों ने कहा कि दूरदराज के इलाकों, नदी के प्रवाह सहित कई कारणों से ये क्षेत्र नियंत्रण से बाहर रहते हैं. पहले इन ब्लैक स्पॉट का इस्तेमाल पशु तस्करी के लिए किया जाता था. अब उन स्थानों से घुसपैठ करायी जा रही है. बीएसएफ पूर्वी कमान के सूत्रों के मुताबिक, इनमें से कुछ इलाकों में पहले ही अतिरिक्त बल तैनात किये जा चुके हैं. बीएसएफ ने विशेष निगरानी का फैसला किया है. बांग्लादेश की सीमा कूचबिहार से सुंदरबन तक 2,217 किमी है. जिसमें से दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत स्थलीय सीमा 913 किमी, जल सीमा 364 किमी है. उत्तर बंगाल फ्रंटियर 939 किमी लंबा है और इसकी कोई जल सीमा नहीं है. कूचबिहार-गुवाहाटी सीमा की स्थलीय सीमा 110 किमी, जल सीमा 67 किमी है.

सूत्रों के मुताबिक, बीएसएफ के शीर्ष अधिकारी इन ब्लैक स्पॉट के उन हिस्सों पर स्तरीय बैठकें कर चुके हैं, जो सबसे ज्यादा चिंता का विषय हैं. अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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