खून से सने ग्लव्स की हुई जांच, नहीं मिला मानव रक्त
आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक महिला जूनियर डॉक्टर से रेप व मर्डर कांड मामले के बीच खून से सने ग्लव्स को लेकर छिड़े विवाद पर मंगलवार को विराम लग गया.
संवाददाता, कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक महिला जूनियर डॉक्टर से रेप व मर्डर कांड मामले के बीच खून से सने ग्लव्स को लेकर छिड़े विवाद पर मंगलवार को विराम लग गया. आरजी कर की ट्रॉमा केयर यूनिट से खून से सने दस्ताने बरामद हुए थे, जिसे लेकर हंगामा हो रहा था. एक जूनियर डॉक्टर ने शिकायत की थी कि दस्तानों के एक पूरे सीलबंद पैकेट पर खून लगे हुए थे. आरोपों की सच्चाई जानने के लिए स्वास्थ्य सचिव ने जांच के आदेश दिये. लेकिन जांच के बाद पता चला है कि उन दस्तानों में खून नहीं, बल्कि लाल रंग लगा हुआ था. यह जानकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो डॉ मानस बनर्जी ने दी. उन्होंने बताया कि मंगलवार को जांच रिपोर्ट आयी है. लेकिन आगे की जांच के लिए इसे फॉरेंसिक विभाग के पास भेजा जा रहा है. जानकारी के अनुसार, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के बायोकेमिस्ट्री विभाग में जांच करायी गयी है. अब इन ग्लव्स की फॉरेंसिक जांच भी करायी जायेगी. गौरतलब है कि तीन सप्ताह पहले आरजी कर में उक्त ग्लव्स बरामद की गयी थी. आरजी कर के ट्रॉमा केयर में काम करने वाले एक इंटर्न ने शिकायत की कि इलाज के दौरान उसने खून से सना दस्ताना देखा. सीलबंद दस्ताने के हर पैकेट पर लाल धब्बे थे. डॉक्टरों का दावा है कि अगर ऐसे खून से सने दस्ताने पहन कर इलाज किया जाये, तो मरीज संक्रमित हो सकते हैं. खासकर हेपेटाइटिस या एचआइवी के मरीज के लिए. इस घटना के सामने आते ही स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने जांच के आदेश दिये थे. अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ बनर्जी ने कहा कि दस्तानों पर जो लाल रंग है, वह खून नहीं है. कम से कम जैव रसायन प्रयोगशाला परीक्षण के नतीजे तो यही कहते हैं. हालांकि, प्रिंसिपल ने कहा कि यह कैसा रंग का है, इसका पता लगाने के लिए इसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. जूनियर डॉक्टर आज सीबीआइ दफ्तर तक निकालेंगे जुलूस कोलकाता. आरजी कर कांड की सीबीआइ जांच चल रही है. हालांकि, सीबीआइ की जांच से जूनियर डॉक्टरों का संगठन वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट संतुष्ट नहीं है. ऐसे में जूनियर डॉक्टरों के इस संगठन की ओर से बुधवार शाम चार बजे से वेस्ट बंगाल मेडिकल काउंसिल के दफ्तर के सामने से सीजीओ कॉम्पलेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तर तक जुलूस निकाला जायेगा. इस जुलूस में सीनियर डॉक्टरों द्वारा 80 संगठनों के साथ गठित अभया मंच भी हिस्सा लेगा. वहीं, प्रोग्रेसिव जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन की ओर से भी कहा गया है कि अगर फ्रंट की ओर से उन्हें आमंत्रित किया जाता है, तो वे जरूर इस जुलूस में शामिल होंगे. न्याय की मांग पर जूनियर डॉक्टर बुधवार को मशाल के साथ इस जुलूस में शामिल होंगे.
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