कटिहार एक्सप्रेस की दिव्यांग बोगी से मिला लहूलुहान व्यक्ति का शव

हावड़ा स्टेशन पहुंची कटिहार-हावड़ा एक्सप्रेस की दिव्यांग बोगी से गुरुवार को एक व्यक्ति का लहूलुहान शव बरामद किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | November 22, 2024 1:07 AM

हत्या की शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू

संवाददाता, हावड़ा

हावड़ा स्टेशन पहुंची कटिहार-हावड़ा एक्सप्रेस की दिव्यांग बोगी से गुरुवार को एक व्यक्ति का लहूलुहान शव बरामद किया गया. घटना के बाद रेलवे राजकीय पुलिस हावड़ा स्टेशन ने हत्या की शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है. मृतक का नाम सौमित्र चट्टोपाध्याय बताया गया है. वह हावड़ा के बाली का रहनेवाला था. बताते हैं कि 19 नवंबर को डाउन कटिहार एक्सप्रेस सुबह 7.26 बजे हावड़ा स्टेशन के प्लेटफॉर्म छह पर पहुंची थी. ट्रेन के हावड़ा स्टेशन पहुंचने के बाद जब आरपीएफ और की मैन डिब्बों की जांच कर रहे थे, तभी उन्हें दिव्यांग बोगी की ऊपर वाली सीट पर एक व्यक्ति चादर ओढ़े सोता मिला. रेलकर्मियों ने उसे जगाने की कोशिश की, तो वह नहीं उठा. चादर हटाने पर वह व्यक्ति अचेत अवस्था में था. उसकी छाती, पेट सहित शरीर के कई अंगों पर चोट के निशान थे. वह लहूलुहान था. बाद में पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है. खबर लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि यात्री की मौत कैसे हुई. उसकी हत्या हुई है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.

जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की गयी, तो साफ हो गया कि ट्रेन जब हावड़ा स्टेशन पहुंची, तो कोई भी व्यक्ति उक्त दिव्यांग बोगी से हावड़ा स्टेशन पर नहीं उतरा. ट्रेन भी बंडेल से हावड़ा स्टेशन के बीच कहीं नहीं रुकी. गौर करने वाली बात है कि व्यक्ति का शव जिस बर्थ से बरामद किया गया, उसके आसपास खून के धब्बे भी नहीं मिले हैं. आशंका है कि हत्या कहीं और करने के बाद शव को कटिहार एक्सप्रेस की इस दिव्यांग बोगी में रख दिया गया हो.

जीआरपी अधिकारी लूटपाट के एंगल से भी जांच कर रहे हैं. सूत्रों की मानें, तो सौमित्र के सभी दस्तावेज सहित 10,000 नकदी और एक मोबाइल फोन गायब हैं. परिवार ने जांच कर दोषियों को सजा देने की मांग की है. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, वह 12 वर्षों तक कटिहार रामकृष्ण मिशन में तबला के शिक्षक थे. सौमित्र पेशे से तबला वादक थे. वह 18 नवंबर की रात बिहार के एक स्टेशन से करीब रात 10:30 बजे ट्रेन में सवार हुए थे. पत्नी से आखिरी बार मोबाइल फोन पर बात हुई थी. जीआरपी और आरपीएफ अधिकारी इसे हत्या का मामला मान रहे हैं. हावड़ा जीआरपी ने स्वत: संज्ञान लेकर मामला शुरू किया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

बाली स्थित मृतक के घर हाल लेने पहुंचे इंद्रनील चटर्जी ने बताया कि वह काफी समय से सौमित्र के परिवार से जुड़े हैं. सौमित्र के पिता सेवानिवृत्त रेलकर्मी थे. उनकी पोस्टिंग कटिहार में थी. ऐसे में सौमित्र का हमेशा ही कटिहार आना-जाना लगा रहता था. वर्तमान में वह रामकृष्ण मिशन कटिहार में तबला वादक प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत थे.

मृतक के पुत्र अर्क चटर्जी ने बताया कि सोमवार को वह कटिहार स्टेशन से ट्रेन में रात 10.30 बजे सवार हुए थे. ट्रेन में सवार होने से पहले उन्होंने फोन कर मां को ट्रेन में चढ़ने और सुबह घर पहुंचने की सूचना दी थी. लेकिन सुबह ट्रेन के हावड़ा पहुंचने के काफी देर बाद जब हावड़ा जीआरपी से संपर्क किया गया, तो पिता के शव बरामद होने की सूचना मिली. अर्क चटर्जी ने अपने पिता के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version