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बोस ने की सीएम के सामाजिक बहिष्कार की घोषणा

वीडियो संदेश जारी कर राज्यपाल ने कहा : राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने में ममता सरकार विफल

By Prabhat Khabar News Desk | September 13, 2024 1:18 AM

वीडियो संदेश जारी कर राज्यपाल ने कहा : राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने में ममता सरकार विफल कोलकाता. राज्य सचिवालय नबान्न में जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिदल के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक विफल होने के बाद गुरुवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि आरजी कर कांड के बाद से राज्य में अशांति का माहौल है. राज्य सरकार स्थिति को संभालने में विफल रही है. राज्यपाल ने गुरुवार को एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सामाजिक बहिष्कार करेंगे और उनके साथ कोई भी सार्वजनिक मंच साझा नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री की इस प्रतिक्रिया के बाद बोले राज्यपाल : नहीं साझा करूंगा मुख्यमंत्री के साथ कोई भी सार्वजनिक मंच ”राज्य में है आतंक का माहौल, अपना कर्तव्य नहीं निभा रही सरकार” राज्यपाल ने गुरुवार शाम एक वीडियो संदेश में कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था चरमरा गयी है. राज्यपाल ने कहा : पूरे बंगाल में आतंक का माहौल है. राज्य के लोग आरजी कर मामले में न्याय मांग रहे हैं. डॉक्टरों के साथ अभिभावक भी सड़कों पर हैं. पीड़िता का परिवार न्याय मांग रहा है. लेकिन, राज्य सरकार अपने कर्तव्य में विफल रही है. सीएम स्वास्थ्य मंत्री भी हैं और गृह मंत्री भी. लेकिन अपना दायित्व निभाने में वह विफल रही हैं. मुख्यमंत्री को ”बंगाल की लेडी मैकबेथ” कहकर संबोधित कर राज्यपाल ने कहा कि हुगली का सारा पानी मिलकर भी गंदे हाथों को साफ नहीं कर सकते. राज्यपाल ने यह भी कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में, अस्पताल कैंपस में, घर में, मुहल्ले में, सब जगह हिंसा का माहौल है. लेकिन लोगों के विरोध करने पर ही हंगामा हो रहा है. लोग पुलिस कमिश्नर पर भी आरजी कर मामले में सबूत मिटाने का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन सरकार आम लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. राज्यपाल ने कहा कि सरकार लोगों को ज्यादा दिनों तक मूर्ख नहीं बना सकती है. एक दिन बुराई का अंत होगा. मैं संवैधानिक रूप से बंगाल के लोगों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हूं, इसलिए मैं आवाज उठाता रहूंगा. सीपी पर भी साधा निशाना राज्यपाल का यह कदम कोलकाता पुलिस कमिश्नर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये जाने के बाद आया है. राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित नहीं किये जाने के बावजूद कोलकाता पुलिस कमिश्नर ने राजभवन में प्रवेश किया. उन्होंने इसे ”आपराधिक कृत्य” करार दिया. यह घटना ऐसे समय हुई, जब मुख्यमंत्री ने ”लोगों की खातिर इस्तीफा” देने की पेशकश की और कहा कि वह पीड़िता के लिए भी न्याय चाहती हैं. मुख्यमंत्री ने नबान्न में संवाददाता सम्मेलन में कहा : मैं राज्य के लोगों से माफी मांगती हूं, जिन्हें आज आरजी कर गतिरोध खत्म होने की उम्मीद थी. जूनियर डॉक्टर नबान्न आये, लेकिन बैठक में नहीं शामिल हुए.

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