प्रगति मैदान थाना क्षेत्र के बैश्यतला इलाके की घटना
आरोपियों की कार पर लगा था केएमसी एवं डॉक्टर का बोर्ड हो रही है जांचसंवाददाता, कोलकातादवा व्यवसायी के घर में घुसकर और हथियार दिखाकर उनके बेटे का अपहरण करने तथा 1.50 लाख रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना प्रगति मैदान थाना क्षेत्र के बैश्यतला इलाके की है. मामले में पुलिस ने संजय रजक (45), राजेश मल्लिक (48), सोनू कुमार मल्लिक (27) और विशाल यादव (35) को गिरफ्तार किया है. सभी को हावड़ा के एक गुप्त ठिकाने से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपहृत व्यवसायी के बेटे को सुरक्षित मुक्त करा लिया गया है. जिस कार में अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था, पुलिस ने उसे भी कब्जे में ले लिया है. पुलिस का कहना है कि उस कार में केएमसी (कोलकाता नगर निगम) एवं डॉक्टर का बोर्ड लगा हुआ है. क्यों यह बोर्ड लगा था, इस बारे में भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.क्या है मामला: पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला कि पीड़ित व्यवसायी दवा के धंधे से जुड़े हैं. हाल ही में उन्होंने कुछ लोगों से कुछ रुपये उधार लिये थे. जिसे वह लौटाने में काफी देर कर रहे थे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रविवार को प्रगति मैदान थाना क्षेत्र निवासी दिलीप कुमार (40) ने स्थानीय थाने में अपने बेटे के अपहरण की शिकायत दर्ज करायी. उन्होंने कहा कि दोपहर करीब दो बजे संजय रजक नाम का एक व्यक्ति अपने तीन साथियों के साथ उनके घर पहुंचा. उनके बीच बकाया पैसे वसूलने को लेकर विवाद हो गया. इसी समय आरोपियों ने उनके 19 वर्षीय बेटे प्रिंस कुमार को हथियार दिखाकर एक प्राइवेट कार में बैठा लिया. कुछ ही देर बाद प्रिंस के फोन से दिलीप कुमार के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आयी. जिसमें प्रिंस ने कहा कि संजय रजक उसे किसी अनजान जगह ले जा रहा है. दिलीप का कहना है कि कुछ देर बाद उनके मोबाइल फोन में संजय के फोन से एक और कॉल आयी. इस बार संजय ने दिलीप को 1.50 लाख रुपये लेकर हावड़ा में बुलाया. देर करने पर अपहृत युवक को जान से मारने की धमकी भी दी गयी. पुलिस सूत्र बताते हैं कि फिरौती का फोन मिलने पर दिलीप कुमार ने तुरंत इस मामले की सूचना प्रगति मैदान थाने की पुलिस को दी.
फिल्मी अंदाज में अपहृत युवक को कराया मुक्त
पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद दिलीप कुमार को कहा कि अपहरणकर्ता गिरोह के सदस्य संजय द्वारा उन्हें बुलाये गये स्थान पर समय पर मांगी गयी राशि लेकर वह चले जायें. दिलीप को हावड़ा में बुलाया गया. इसके बाद कई गलियों के चक्कर लगवाने के बाद अपहरणकर्ताओं ने एक ठिकाने पर उसे ठहरने को कहा. इधर, सफेद पोशाक में बड़ी संख्या में प्रगति मैदान के अलावा लालबाजार के पुलिसकर्मी मौजूद थे. मौके पर पहुंचकर संजय और तीन अन्य आगे बढ़े. इस दौरान रंगे हाथों पुलिस ने सभी अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है