कोलकाता. रविवार की शाम सिलीगुड़ी के ‘उत्तर कन्या’(मिनी सचिवालय) में बाढ़ को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम पूजा के उत्सव में बाढ़ पीड़ितों को नहीं भूल सकते हैं. प्रशासन के आला अधिकारियों सहित आमलोगों को लेकर मुख्यमंत्री ने उनके साथ खड़े रहने का संदेश दिया. बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सभी विभागों को उनका काम भी सीएम ने बैठक के दौरान बता दिया. उन्होंने साफ किया कि इस कठिन घड़ी में मुसीबत में पड़े लोगों की सेवा ही सबसे बड़ा काम है. उन्होंने कहा कि पूजा का मतलब यह नहीं है कि बाढ़ पीड़ितों के पास से हम हट जायें. उनके साथ हमें खड़ा रहना होगा. किसानों को हो रहे नुकसान को देखते हुए फसल बीमा के आवेदन की मियाद को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. 30 सितंबर की जगह इसे बढ़ा कर 31 अक्तूबर किया गया है. बारिश रुकते ही बीमा का पैसा देने का काम शुरू कर दिया जायेगा. गंगा के तटवर्ती इलाके के बाशिंदों को मुख्यमंत्री ने सतर्क करते हुए कहा कि घर के पास पानी नहीं होने पर भी सरकारी राहत शिविर में शरण लें. उन्होंने कहा कि जब तक मौसम विभाग से हरी झंडी नहीं मिल जाती, महालया को ज्वार को देखते हुए कष्ट कर राहत शिविर में ही रहें. जीवन रहेगा तो घर भी रहेगा.
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