ममता बनर्जी से भी हो पूछताछ : सुकांत

कलकत्ता हाइकोर्ट द्वारा आरजी कर मेडिकल काॅलेज व अस्पताल में वित्तीय भ्रष्टाचार मामले की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी पूछताछ की मांग की है. प्रदेश भाजपा कार्यालय में शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मजूमदार ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले में मुख्यमंत्री से भी पूछताछ होनी चाहिए, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग भी सीएम के ही पास है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 24, 2024 11:23 PM
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कोलकाता

. कलकत्ता हाइकोर्ट द्वारा आरजी कर मेडिकल काॅलेज व अस्पताल में वित्तीय भ्रष्टाचार मामले की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी पूछताछ की मांग की है. प्रदेश भाजपा कार्यालय में शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मजूमदार ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में भ्रष्टाचार के मामले में मुख्यमंत्री से भी पूछताछ होनी चाहिए, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग भी सीएम के ही पास है. इससे पहले, पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा था कि राशन और शिक्षा घोटाले के बाद बंगाल में जल्द ही स्वास्थ्य घोटाले की कई परतें सामने आ सकती हैं. बता दें कि अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष पर वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोप हैं. हाइकोर्ट ने संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुक्रवार को सीबीआइ को सौंप दी थी.इसके अलावा, सुकांत ने आरजी कर अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में संदेह व्यक्त किया कि क्या इस मामले में गिरफ्तार एकमात्र आरोपित सिविक वाॅलंटियर संजय राय ही असली अपराधी है? उन्होंने इशारा किया कि सिर्फ एक ही व्यक्ति इस घटना को अंजाम नहीं दे सकता है. उनके अनुसार, इसमें संजय के पीछे कई बड़े हाथ हो सकते हैं. जांच एजेंसी को इसे देखना चाहिए. सुकांत ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के कई नेता और मंत्री अलग-अलग बातें कह रहे हैं. अकेले संजय के शामिल होने को लेकर हमें संदेह है. उन्होंने कहा : जहां तक हमें पता चला है, संजय ने उस रात लगभग चार बार शराब पी थी. दो बार रेड लाइट एरिया से भी होकर आया था. क्या उस स्थिति में अकेले उसके लिए नृशंस तरीके से जूनियर महिला डॉक्टर की हत्या करना संभव है, हमें संदेह है.

सुकांत ने कहा कि हत्या के बाद संदीप घोष एंड कंपनी (अस्पताल के तत्कालीन प्रिंसिपल) ने एक मीटिंग की. एक वकील भी उसमें आये थे, जो रोगी कल्याण समिति के सदस्य हैं. उन्होंने दावा किया कि उस मीटिंग में घटना को आत्महत्या के तौर पर दिखाने का निर्णय लिया गया था. माता-पिता को फोन किया गया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है. यह भयानक है. उन्होंने मांग की कि सीबीआइ को स्थिति को गंभीरता से लेना चाहिए और इसे थर्ड डिग्री देना चाहिए. उन्होंने इशारा किया कि अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डा संदीप घोष से थर्ड डिग्री पूछताछ जरूरी है. तभी घटना का सच सामने आयेगा.

बता दें कि कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या मामले की जांच कर रहा सीबीआइ ने इस मामले में संदीप घोष से शनिवार को लगातार नौंवे दिन पूछताछ की.

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