कोलकाता.
गत 14 अगस्त की देर रात को आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तोड़फोड़ की घटना में कोलकाता पुलिस ने बयान दर्ज कराने के लिए माकपा के युवा संगठन डीवाइएफआइ की युवा नेता मीनाक्षी मुखर्जी समेत सात नेताओं को तलब किया है. सभी को टाला थाने आकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है. पुलिस सूत्र बताते हैं कि तोड़फोड़ की घटना की जांच के दौरान आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीरों की जांच में देखा गया कि घटना के समय मीनाक्षी मुखर्जी अस्पताल के भीतर डॉक्टरों के धरना कार्यक्रम में अपनी टीम के साथ मौजूद थीं. इसके बाद ही मीनाक्षी मुखर्जी को इस मामले में अपने सात सदस्यों की टीम के साथ बयान दर्ज कराने के लिए टाला थाने में रविवार को बुलाया गया है.पुलिस का कहना है कि जिस समय अस्पताल में तोड़फोड़ हुई, उस समय भी कुछ कैमरों में डीवाइएफआइ के झंडे को अस्पताल के बाहर लहराते हुए देखा गया था. इसी सिलसिले में पुलिस कुछ सवालों के जवाब जानना चाहती है. इसी सिलसिले में मीनाक्षी को थाने बुलाया गया है.
पुलिस ने बुलाया है, तो जरूर जाऊंगी
पुलिस की तरफ से मुझे बुलाया गया है, इसलिए अवश्य जाऊंगी. लेकिन इससे पहले अपने वकील के साथ बात कर रही हूं. वकील से कानूनी सलाह लेकर वह थाने में बुलाये गये समय पर अपने संगठन के सदस्यों के साथ जाऊंगी.
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