पार्थ की सिफारिश पर हुईं ‘अवैध नियुक्तियां’
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने आशंका जतायी है कि राज्य के पूर्व िशक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की सिफारिश पर प्राथमिक स्कूलों में अयोग्य अभ्यर्थियों की नियुक्तियां हुईं. राज्य के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में हुईं नियुक्तियों के घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने चटर्जी को गिरफ्तार की. इसी महीने सीबीआइ ने प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति घोटाले में चटर्जी और मामले में पहले से गिरफ्तार प्रमोटर अयन शील को शोन अरेस्ट किया है. अदालत की अनुमति मिलने के बाद प्रेसीडेंसी संशोधनागार में पूर्व मंत्री चटर्जी से सीबीआइ के अधिकारियों ने गत मंगलवार को पूछताछ की थी.
कोलकाता.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने आशंका जतायी है कि राज्य के पूर्व िशक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की सिफारिश पर प्राथमिक स्कूलों में अयोग्य अभ्यर्थियों की नियुक्तियां हुईं. राज्य के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में हुईं नियुक्तियों के घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने चटर्जी को गिरफ्तार की. इसी महीने सीबीआइ ने प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति घोटाले में चटर्जी और मामले में पहले से गिरफ्तार प्रमोटर अयन शील को शोन अरेस्ट किया है. अदालत की अनुमति मिलने के बाद प्रेसीडेंसी संशोधनागार में पूर्व मंत्री चटर्जी से सीबीआइ के अधिकारियों ने गत मंगलवार को पूछताछ की थी. नियुक्तियों में घोटाले के सिलसिले में गत जून महीने में सीबीआइ ने राज्य के शिक्षा विभाग के मुख्यालय विकास भवन में तलाशी अभियान चलाया था. तलाशी अभियान में विकास भवन के गोदाम से बोरियों में भरे कागजात बरामद किये गये थे. बरामद दस्तावेजों में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) के लिए उम्मीदवारों से संबंधित एक सूची भी मिली थी. सीबीआइ ने पहले ही आशंका जतायी थी कि उक्त सूची में से कई अयोग्य अभ्यर्थियों ने नाम भी हैं. हालांकि, उस समय सीबीआइ ने पूर्व मंत्री चटर्जी के टीइटी भ्रष्टाचार से जुड़े होने की जानकारी नहीं दी थी. सूत्रों के मुताबिक, विकास भवन से जब्त किये गये दस्तावेजों से पता चला है कि चटर्जी ने शिक्षा विभाग से जुड़े एक पदाधिकारी को अयोग्य अभ्यर्थियों की सूची भेजी थी, जिसमें से कुछ लोगों की नियुक्तियां भी होने की आशंका है. यह भी बताया गया है कि सीबीआइ के जब्त दस्तावेजों में कुछ प्रभावशाली लोगों के भी नाम भी मिले हैं.ज्ञात हो कि शिक्षा विभाग के विभिन्न दस्तावेजों को रखने वाले गोदाम को 23 दिसंबर, 2022 को सीबीआइ ने सील कर दिया था. बाद में गोदाम की तलाशी के बाद सीबीआइ अधिकारियों को कई दस्तावेज बरामद हुए. सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, दस्तावेज में टीइटी से संबंधित आवश्यक जानकारी के अलावा उम्मीदवारों और नियोजित लोगों के नाम की सूची भी शामिल थी. बताया जा रहा है कि वर्ष 2014 में टेट में असफल रहने वाले कुछ अभ्यर्थियों की अवैध तरीके से नियुक्ति की गयी, जिसके जरिये करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितता हुई. आरोप है कि इस घोटाले में चटर्जी और शील सीधे तौर पर लाभान्वित हुए हैं. हालांकि, यह जांच का विषय है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है