जेल में सीबीआइ ने अभिजीत मंडल और संदीप घोष से फिर की पूछताछ

पूछताछ को लेकर संशोधनगार प्रबंधन की ओर से सीबीआइ को यथासंभव व्यवस्था करायी गयी थी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 3, 2024 1:05 AM

कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच के तहत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के अधिकारियों ने फिर मामले में गिरफ्तार टाला थाने के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल व मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से प्रेंसिडेंसी संशोधनागार में पूछताछ की.

सूत्रों के अनुसार, जांच में मिले कुछ नये तथ्यों को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी संशोधनागार पहुंचे, जहां एक कमरे में आरोपियों से पूछताछ की गयी. पूछताछ को लेकर संशोधनगार प्रबंधन की ओर से सीबीआइ को यथासंभव व्यवस्था करायी गयी थी. दोनों ही आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.

बताया जा रहा है कि वारदात के बाद मंडल और घोष की गतिविधियों को लेकर सीबीआइ के अधिकारी और तथ्य जानना चाहते हैं. उनके दिये बयान में पहले ही विसंगतियां मिलने के आरोप लग चुके हैं. आरजी कर मामले को लेकर सीबीआइ के पास मिले कुछ डिजिटल तथ्यों की जांच के तहत दोनों आरोपियों से पूछताछ की गयी. हालांकि, जांच के बाबत सीबीआइ की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है. इसके पहले गत मंगलवार को केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपियों से जेल में पूछताछ की थी.

तथ्यों व सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप

सीबीआइ की ओर से अदालत में पहले ही आशंका जतायी जा चुकी है कि टाला थाने में ही मामले से जुड़े तथ्यों और सबूतों से छेड़छाड़ की गयी. केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से घटना के बाद सबूतों से छेड़छाड़, क्राइम स्पॉट से सबूत मिटाने व पुलिस की जांच प्रक्रिया देर से शुरू किये जाने का भी आरोप लगाया गया है. आरोप है कि घोष व मंडल ने घटना को कमतर करके दिखाने और इस जघन्य अपराध को छिपाने की कोशिश की. सीबीआइ अदालत में यह भी दावा कर चुकी है कि चिकित्सक का शव मिलने के बाद जब्ती की प्रक्रिया काफी देर से शुरू की गयी थी और प्राथमिकी भी घंटों बाद दर्ज की गयी. पहले मामले को आत्महत्या बताया गया था. लेकिन शव को देखने से यौन उत्पीड़न की बात समझी जा सकती थी. क्राइम स्पॉट पर लोगों का आना-जाना रहा. ऐसे में असली आरोपियों के फुट प्रिंट व अन्य सबूतों का पता लगाना कठिन हो गया. सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग से भी छेड़छाड़ किये जाने की बात सामने आयी. कैमरों की रिकॉर्डिंग की फॉरेंसिक जांच के लिए भी भेजा गया. इस मामले में अब तक कोलकाता पुलिस के पूर्व सिविक वॉलंटियर संजय राय समेत टाला थाने के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल व संदीप घोष की गिरफ्तारी हो चुकी है.

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