आरजी कर के फोरेंसिक विभाग के पूर्व अधिकारी से सीबीआइ ने की पूछताछ

संभवत: इसी बाबत फॉरेंसिक विभाग के पूर्व पदाधिकारी से पूछताछ की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 28, 2024 1:49 AM

कोलकाता. आरजी कर की पीड़िता के पोस्टमार्टम से जुड़े कई सवालों का जवाब तलाशने में सीबीआइ अधिकारी जुटे हुए हैं. इस बाबत केंद्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक विभाग के पूर्व अधिकारी सोमनाथ दास को तलब किया था. वह वह अपराह्न में सीबीआइ कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे पूछताछ की गयी.

सूत्रों के अनुसार, सीबीआइ अधिकारी अस्पताल से शवों को बेचने के आरोपों से जुड़े तमाम तथ्यों का पता लगाना चाहते हैं. संभवत: इसी बाबत फॉरेंसिक विभाग के पूर्व पदाधिकारी से पूछताछ की गयी. हालांकि पूछताछ को लेकर सीबीआइ ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. अस्पताल के शवगृह से अवैध तरीके से शवों को मेडिकल छात्रों के प्रशिक्षण के लिए प्रयोग में लाये जाने का भी आरोप सामने आ चुका है. वर्ष 2022 में दास का स्थानांतरण दूसरी जगह कर दिया गया था. सीबीआइ अधिकारी कॉलेज के फॉरेंसिक विभाग के मौजूदा अधिकारी से भी पूछताछ कर चुके हैं. फिर आरजी कर पहुंचे सीबीआइ अधिकारी: शुक्रवार को फिर सीबीआइ अधिकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंचे. उन्होंने कैजुअल्टी ब्लॉक में जांच की. कुछ जगहों की वीडियोग्राफी भी की. सीबीआइ यह भी आशंका जाहिर कर रही है कि अपराध अस्पताल के किसी दूसरे हिस्से में हुआ हो सकता है. हालांकि, महिला डॉक्टर का शव अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग के चौथे तल पर स्थित सेमिनार हाॅल से बरामद हुआ था. केंद्रीय जांच एजेंसी ने घटना के बाद सबूतों से छेड़छाड़, क्राइम स्पॉट से सबूत मिटाने व पुलिस की जांच प्रक्रिया देर से शुरू किये जाने का भी आरोप लगाया है. इस मामले की जांच के दायरे में शामिल लोगों के मोबाइल फोन के लोकेशन भी खंगाले जा रहे हैं.

सीबीआइ ने स्वास्थ्य विभाग से बायोमेडिकल वेस्ट अवैध तरीके से बेचने के मामले में मांगी जानकारी

कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितता की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर चुका है. यह भी आरोप सामने आया है कि घोष और उनके साथियों ने अवैध तरीके से अस्पताल के बायोमेडिकल वेस्ट को बेचा है. सूत्रों के अनुसार, सीबीआइ ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजकर सरकारी अस्पतालों में बायोमेडिकल वेस्ट को लेकर कुछ जानकारी व दस्तावेज मांगें हैं. सीबीआइ के अधिकारी जांच के तहत सियालदह स्थित एक मेडिकल स्टोर भी पहुंचे. वहां दस्तावेजों की जांच भी की गयी. सीबीआइ के अधिकारी इस बात का पता लगाना चाहते हैं कि आरजी कर समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में कौन-कौन से संस्थानों को बायोमेडिकल वेस्ट संग्रह करने और बायोमेडिकल वेस्ट संग्रह के लिए प्लास्टिक बैग की सप्लाई का टेंडर मिला था. अस्पतालों और उक्त निजी संस्थानों के बीच हुए कॉन्ट्रेक्ट की तमाम जानकारी भी अधिकारी जुटाना चाहते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version