आरजी कर अस्पताल के पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ से सीबीआइ ने की पूछताछ
इससे पहले भी दो बार हो चुकी है पूछताछ
इससे पहले भी दो बार हो चुकी है पूछताछ कोलकाता. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के अधिकारियों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में रविवार को अस्पताल के पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ से पूछताछ की. इससे पहले, उनसे दो बार पूछताछ हो चुकी है. जांच में मिले तथ्यों को लेकर वशिष्ठ को इस दिन यहां निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ कार्यालय आने को कहा गया था. वह अपराह्न केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे, जहां उनका बयान दर्ज किया गया. आरजी कर अस्पताल के पूर्व उप अधीक्षक अख्तर अली ने पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं को लेकर गंभीर आरोप लगाये थे और उन्होंने कलकत्ता हाइकोर्ट में याचिका भी दायर की थी, जिसमें उन्होंने उक्त मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआइ या इडी से कराने की मांग की. अदालत ने उनकी याचिका की सुनवाई के दौरान मामले की जांच सीबीआइ को करने का निर्देश दिया था. बताया जा रहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी घोष के कार्यकाल में अस्पताल में हुईं तमाम वित्तीय गतिविधियों का ब्योरा एकत्रित करने में जुटी है. घोष के अलावा सीबीआइ की जांच के दायरे में वशिष्ठ, अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के डिमॉन्स्ट्रेटर देवाशीष सोम के अलावा अन्य कुछ लोग भी हैं. सोम से भी केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी पूछताछ कर चुके हैं. गत 25 अगस्त को सीबीआइ की ओर से वशिष्ठ के इंटाली और टेंगरा स्थित आवासों में छापेमारी की गयी थी. उसी दिन आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष, मेडिकल सामान के सप्लायर विप्लव सिंह, अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के डिमॉन्स्ट्रेटर देवाशीष सोम के आवासों व अस्पताल के अलावा करीब 15 जगहों पर सीबीआइ ने जांच अभियान चलाया था.
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