संदीप घोष के मामले को दूसरे राज्य ले जाये सीबीआइ : शुभेंदु अधिकारी

विपक्ष के नेता के नेतृत्व में हाजरा से एक्साइड मोड़ तक निकाली गयी रैली

By Prabhat Khabar News Desk | September 3, 2024 10:51 PM

विपक्ष के नेता के नेतृत्व में हाजरा से एक्साइड मोड़ तक निकाली गयी रैली कोलकाता. आरजी कर अस्पताल में जूनियर महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरे राज्य भर में आंदोलन हो रहा है. पश्चिम बंगाल के साथ-साथ कई राज्यों में न्याय की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में महानगर के हाजरा से एक्साइड मोड़ तक रैली निकाली गयी. इसमें पूर्व सांसद अर्जुन सिंह, भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी, शंकुदेव पांडा सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे. इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथ में झाड़ू लेकर प्रदर्शन किया. मौके पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तार अस्पताल के पूर्व अध्यक्ष संदीप घोष के मामले को सीबीआइ को किसी दूसरे राज्य में ले जाना चाहिए. उन्होंने कहा : हम चाहते हैं कि सीबीआइ इन मामलों को बंगाल से किसी दूसरे राज्यों में ले जाये, जैसे रोजवैली चिटफंड का मामला भुवनेश्वर ले जाया गया था. श्री अधिकारी ने कहा कि जरूरत पड़ी, तो विपक्ष के नेता के तौर पर वह सीबीआइ के निदेशक से इस बारे में अनुरोध करेंगे. डोरिना क्रॉसिंग पर भाजपा नेताओं का प्रदर्शन जारी :आरजी कर कांड के खिलाफ प्रदेश भाजपा का धर्मतला के डोरिना क्रॉसिंग पर 29 अगस्त से धरना प्रदर्शन जारी है, जो पांच सितंबर तक चलेगा. मंगलवार को भी डोरिना क्रॉसिंग पर भाजपा नेताओं ने धरना दिया और घटना के दोषियों को सख्त सजा देने व मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की. मंगलवार को धरना मंच पर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी, भाजपा विधायक शंकर घोष, अग्निमित्रा पॉल सहित अन्य नेता उपस्थित रहे. आंखों में धूल झोंकने के लिए है विधेयक : अग्निमित्रा कोलकाता. राज्य सरकार ने दुष्कर्मियों को कठोर सजा दिलाने के लिए मंगलवार को विधानसभा में अपराजिता महिला व बाल विधेयक को पारित कर दिया. इस बारे में भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाॅल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह विधेयक आंखों में धूल झोंकने के लिए है. 11 साल बीत गये. कामदुनी मामले में कुछ नहीं हुआ. यह मामला सीबीआइ नहीं, सीआइडी देख रही थी. फिर आरोपी कैसे छूट गये? उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता का शव सुरक्षित रखा गया होता, तो इतने सवाल नहीं उठते? पोस्टमार्टम इतनी जल्दी क्यों किया गया? भाजपा नेता ने कहा कि धीरे-धीरे सच सामने आ जायेगा.

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