केंद्र सरकार बाढ़ में हुई मौतों का हिसाब नहीं रखती, भाजपा सिर्फ चुनाव में वोट मांगने आ जाती है : मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार बाढ़ग्रस्त इलाकों में मौतों का हिसाब नहीं रखती. भाजपा सिर्फ चुनाव के दौरान वोट मांगने आती है.
प्रतिनिधि, बांकुड़ा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार बाढ़ग्रस्त इलाकों में मौतों का हिसाब नहीं रखती. भाजपा सिर्फ चुनाव के दौरान वोट मांगने आती है. जनता ऐसी राजनीति को समझती है. मुख्यमंत्री ने सोमवार को बर्दवान और बांकुड़ा जिले में दामोदर नदी से सटे बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने के दौरान यह बात कही. सुश्री बनर्जी ने कहा कि वे (भाजपा) अगर राजनीतिक रूप से लड़ना चाहते हैं तो उनसे लड़ें, लेकिन जानबूझकर डीवीसी (दामोदर घाटी निगम) का पानी न छोड़ें. इससे लोगों की जान पर बन आती है और फसलों को नुकसान होता है. सुश्री बनर्जी का कहना था कि बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा भी लिया जा रहा है. राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजना के तहत 11 लाख घर दिसंबर के अंदर दिये जायेंगे. देखा जायेगा कि जिनके घरों को नुकसान पहुंचा है उनके नाम इस सूची में हैं या नहीं.
सीएम ने दिये क्षतिग्रस्त सड़कों और कच्चे घरों की मरम्मत के निर्देश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की स्थिति के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों और कच्चे घरों की शीघ्र मरम्मत का भी आदेश दिया है. ममता बनर्जी ने बंगाल में बाढ़ की स्थिति के लिए सीधे तौर पर केंद्र को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने आरोप लगाया कि डीवीसी केंद्र सरकार के अधीन है. भले ही उन्हें बाढ़ की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन रोजाना छोड़े जा रहे पानी से राज्य की स्थिति खराब होती जा रही है. ममता की शिकायत है कि झारखंड में बारिश होने पर डीवीसी खुद को बचाने के लिए पानी छोड़ रहा है. नतीजा यह हुआ कि बंगाल डूब रहा है. केंद्र का इस ओर ध्यान नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है