आवश्यक दवाओं की कीमतों में वृद्धि के फैसले पर पुनर्विचार करे केंद्र : ममता

राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एपीपीए) द्वारा आठ आवश्यक दवाओं के दाम बढ़ाने की पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि संबंधित मंत्रालय को इस फैसले पर तत्काल पुनर्विचार करने का निर्देश दिया जाये.

By Prabhat Khabar News Desk | October 22, 2024 1:49 AM

संवाददाता, कोलकाता

राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एपीपीए) द्वारा आठ आवश्यक दवाओं के दाम बढ़ाने की पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि संबंधित मंत्रालय को इस फैसले पर तत्काल पुनर्विचार करने का निर्देश दिया जाये. सुश्री बनर्जी ने प्रधानमंत्री को लिखे दो पन्नों के पत्र में कहा कि नागरिकों का कल्याण सर्वोच्च महत्व वाला है. इसलिए हम आपसे आग्रह करते हैं कि आम लोगों के स्वास्थ्य और कुशलता के व्यापक हित में मूल्य वृद्धि के निर्णय पर तुरंत पुनर्विचार करने के लिए संबंधित मंत्रालय को निर्देश जारी करें.

उन्होंने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि शायद, हमारा उद्देश्य एक संतुलित दृष्टिकोण को बनाए रखना होना चाहिए, जो वाणिज्यिक व्यवहार्यता और नागरिकों के लिए किफायती स्वास्थ्य सेवा के अधिकार, दोनों का सम्मान करता हो. नागरिकों का कल्याण सर्वोपरि है, और यह महत्वपूर्ण है कि सभी हितधारक इस प्रतिबद्धता को दर्शाने के लिए समरूप नीतियां बनायें. गौरतलब है कि एनपीपीए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता को किफायती कीमतों पर सुनिश्चित करने के साथ-साथ इन दवाओं तक पहुंच बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है. यह एक सरकारी नियामक एजेंसी है, जो देश में फार्मास्युटिकल दवाओं के मूल्य निर्धारण की देखरेख करती है. एनपीपीए ने हाल में आठ दवाओं के 11 निर्धारित फॉर्मूलेशन की मूल्य सीमा में 50 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दी थी.

इनमें अधिकतर दवाएं किफायती हैं और आमतौर पर दमा, ग्लूकोमा, थैलेसेमिया, टीबी और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विकारों के उपचार में काम आती हैं.

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