कोलकाता.
कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया (सीआइआइ) की ओर से विगत शुक्रवार को आयोजित एक सम्मेलन में यूनिसेफ के क्षेत्रीय कार्यालय के प्रमुख मंजूर हुसैन ने राज्य सरकार की योजनाएं कन्याश्री व रूपोश्री की सराहना करते हुए कहा कि ये योजनाएं राज्य में सामाजिक विकास के लिए मुख्य प्रेरक शक्ति हैं. यूनिसेफ की ओर से राज्य की योजनाओं की सराहना किये जाने का तृणमूल कांग्रेस ने स्वागत किया है. वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि कन्याश्री और रूपोश्री योजनाओं की सराहना अब यूनिसेफ के मंच पर की जा रही है. इससे बड़ी बात क्या हो सकती है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरी दुनिया को राह दिखा रही हैं. उन्होंने दिखाया है कि हर जगह महिलाओं को सफलता के लिए मंच कैसे दिया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने की मुख्यमंत्री की इस पहल ने सामाजिक विकास में एक नया मानक स्थापित किया है. कन्याश्री, जो लड़कियों को उनकी पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है. इस योजना ने लाखों लड़कियों के जीवन को बदल दिया है. देश के अन्य राज्य ही नहीं, बल्कि अन्य देशों के लिए भी यह योजना के मॉडल के रूप में उभरी है. रूपोश्री योजना के जरिये निराश्रित परिवारों को घर की युवा बेटी की शादी के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे माता-पिता पर वित्तीय बोझ कम करने में मदद मिलती है. तृणमूल नेता डॉ शशि पांजा ने कहा कि यूनिसेफ द्वारा यह मान्यता बंगाल में महिलाओं के उत्थान के लिए मां-माटी-मानुष सरकार के लगातार प्रयासों को उजागर करती है. यूनिसेफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शुरू की गयी कन्याश्री और रूपोश्री योजनाओं की सराहना कर रहा है. इन परियोजनाओं ने महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य को आगे बढ़ाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है