निवेशकों से 536 करोड़ की ठगी चिटफंड कंपनी का प्रमुख अरेस्ट
पांच लाख निवेशकों के लगभग 536 करोड़ रुपये डकारने के आरोप में सीरियस फ्रॉड इंवेस्टिगेशन ऑफिस (एसएफआइओ) की टीम ने एक चिटफंड कंपनी के प्रमुख को गिरफ्तार किया है.
सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस की टीम ने की कार्रवाई
संवाददाता, कोलकातापांच लाख निवेशकों के लगभग 536 करोड़ रुपये डकारने के आरोप में सीरियस फ्रॉड इंवेस्टिगेशन ऑफिस (एसएफआइओ) की टीम ने एक चिटफंड कंपनी के प्रमुख को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपी का नाम अपूर्व कुमार साहा बताया गया है. उन पर वर्ष 2010 से चिटफंड कंपनी के नाम पर निवेशकों के रुपये डकारने का आरोप लगा है. अदालत में बताया गया कि महज तीन से पांच वर्ष में निवेशकों के रुपये दोगुना करने का झांसा देकर आरोपी ने अपने चिटफंड कंपनी के जरिये लगभग पांच लाख लोगों से 536 करोड़ रुपये मार्केट से जुटा लिये. चार साल बाद शिकायत मिलने पर वर्ष 2014 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने मामले की जांच शुरू की. उस समय जमीन बेचकर निवेशकों को कुछ पैसा लौटाया गया था. लेकिन जांच में आरोपी निवेशकों के रुपये लौटाने से जुड़े बैंक ट्रांजैक्शन के कागजात दिखाने में असफल रहे. इसके बाद एसएफआइओ ने मामले की जांच शुरू की. सबूत मिलने पर अपूर्व कुमार साहा को गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता चला कि साहा ने एक- दो नहीं, बल्कि 18 फर्जी कंपनियां बनायी थीं. उन कंपनियों के जरिये निवेशकों से मिली रकम की हेराफेरी की गयी. निवेशकों के पैसे से करीब 16 करोड़ की जमीन खरीदी गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है