गंगासागर मेला: जल-थल और नभ से हो कड़ी निगरानी : ममता
सागरद्वीप से अमर शक्ति
भारत-बांग्लादेश के बीच मौजूदा हालात के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर गंगासागर मेले के दौरान घुसपैठ की आशंकाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सचेत किया है. मंगलवार को गंगासागर में हेलीपैड पर जिले की विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगासागर मेले के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जल-थल-नभ से कड़ी निगरानी करनी होगी. उन्होंने जलमार्ग पर विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि समुद्री इलाके में सुरक्षा व्यवस्था के लिए उन्होंने भारतीय नौसेना से बातचीत की है. उन्होंने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को इंडियन कोस्ट गार्ड के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त करने का निर्देश दिया. केंद्र पर लगाया गंगासागर मेले की अनदेखी का आरोप : मुख्यमंत्री ने फिर केंद्र सरकार पर बंगाल की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि गंगासागर मेले के आयोजन पर केंद्र सरकार कोई खर्च नहीं करती है. पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेले का दर्जा देने के लिए कई बार पत्र दिया गया है, लेकिन केंद्र ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है. मुख्यमंत्री ने उम्मीद जाहिर की िक एक दिन गंगासागर मेले को भी राष्ट्रीय मेले का दर्जा मिल जायेगा. मुख्यमंत्री ने दक्षिण 24 परगना जिले को लगभग 215 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी. मुख्यमंत्री ने यहां से कुल 153 करोड़ रुपये की लागत के 30 योजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से करीब 19 लाख लोग लाभान्वित होंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 62 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास भी किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है