मुख्यमंत्री ने 400 से अधिक पूजा पंडालों का वर्चुअल माध्यम से किया उद्घाटन
उत्तर व दक्षिण कोलकाता के पूजा पंडालों का सीएम ने किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने हाथीबागान सार्वजनिन दुर्गोत्सव कमेटी से पूजा पंडाल का उद्घाटन कर किया दुर्गोत्सव का आगाज
चेतला अग्रणी में मुख्यमंत्री ने किया चक्षुदान
संवाददाता, कोलकातामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महालया से दुर्गापूजा पंडालों का उद्घाटन शुरू कर दिया है. बुधवार को मुख्यमंत्री ने उत्तर कोलकाता स्थित हाथीबागान सार्वजनिन दुर्गापूजा कमेटी से इस वर्ष दुर्गापूजा पंडालों के उद्घाटन की शुरुआत की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोलकाता की जोधपुर पार्क सार्वजनिन दुर्गोत्सव कमेटी, 95 पल्ली दुर्गोत्सव समिति सहित अन्य पूजा पंडालों का उद्घाटन किया. सुश्री बनर्जी ने चेतला अग्रणी पूजा पंडाल में चक्षुदान भी किया और यहां आयोजित कार्यक्रम से राज्यभर में 400 से अधिक पूजा पंडालों का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोगों को दुर्गोत्सव की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि दुर्गोत्सव के दौरान मां दुर्गा की अाराधना करते हैं और यह उत्सव राज्य में रोजगार के अवसर व आय बढ़ाने का भी प्रमुख जरिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्गोत्सव भले ही कुछ दिनों का होता है, लेकिन इसकी तैयारियां लगभग पूरे वर्ष होती हैं. इससे लोगों को रोजगार का अवसर मिलता है. लोगों की आय में वृद्धि होती है. इस वर्ष भी दुर्गापूजा पर हजारों लोगों की आजीविका निर्भर है. इसलिए राज्य सरकार इस उत्सव को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को उन्होंने महानगर के साथ ही जिलों के लगभग 400 पूजा पंडालों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया है. अगले दो दिनों में मुख्यमंत्री और 800 से अधिक पूजा पंडालों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगी. कुछ लोग बंगाल की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं : सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि कुछ लोग दुनिया के सामने राज्य की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.उन्होंने कहा: जो लोग दुनिया के सामने बंगाल की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें एक दिन एहसास होगा कि वे जो कर रहे हैं उससे वे खुद को दोषमुक्त नहीं कर सकते हैं. सुश्री बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को ‘मां’ करार देते हुए और किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कोई भी ‘मां’ का अपमान करके आगे नहीं बढ़ सकता. गौरतलब है कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर चिकित्सकों ने आरजी कर की घटना के खिलाफ एक महीने से अधिक समय तक हड़ताल की और मंगलवार को उन्होंने फिर से ‘काम पूरी तरह से बंद’ कर दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है