संवाददाता, कोलकाता
महानगर के बानतला इलाके में मैनहोल की सफाई करने के दौरान तीन श्रमिकों की मौत की घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाराजगी व्यक्त की. मंगलवार को राज्य सचिवालय में कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद अहमद खान को सतर्क किया. गौरतलब रहे कि मेयर फिरहाद हकीम ने घटना की जांच का आदेश दिया था. इसके लिए सात सदस्यीय जांच समिति गठित की गयी है.
मामले में ठेकेदार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री ने इस घटना को लेकर आपदा प्रबंधन मंत्री पर नाराजगी जतायी. साथ ही शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम को पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया. सीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह इस प्रकार की घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी.
उन्होंने जब पूछा कि आखिर तीन मजदूरों को करीब 10 फीट गहरे मैनहोल में क्यों उतरना पड़ा, तो बैठक में सन्नाटा छा गया. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने 2013 में लोगों को मैनहोल में उतारकर सफाई करने की प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया था.
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मैनहोल, मल-मूत्र की सफाई समेत विभिन्न कार्य किसी भी इंसान द्वारा नहीं किये जा सकते. यदि किसी विशेष परिस्थिति में किसी को मैनहोल में उतारना भी, पड़े तो सफाई कर्मचारी के जीवन और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए सभी सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए. लेकिन यहां ऐसी व्यवस्था नहीं की गयी.
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