कहा- उनके दावे सच हैं, तो केंद्र के खिलाफ कोर्ट क्यों नहीं जा रहीं कोलकाता. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने राज्य में आयी बाढ़ के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि यदि सीएम को बताये बिना डीवीसी ने पानी छोड़ा है, तो वह इस मामले में केंद्र के खिलाफ अदालत में क्यों नहीं जा रही हैं? आरजी कर कांड के अपराधियों को बचाने के लिए जनता के टैक्स के पैसे से कपिल सिब्बल जैसे महंगे वकीलों की फौज खड़ी कर दे रही हैं, लेकिन इस भयानक अपराध के खिलाफ अदालत की शरण में क्यों नहीं जा रही हैं? वह नहीं जायेंगी, क्योंकि सबको पता है कि वह बहुत बड़ी झूठी हैं. यही वजह है कि वह इसे मैनमेड फ्लड कहकर बचना चाहती हैं. लेकिन हकीकत यह है कि यह वूमेन मेड फ्लड है. लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सीएम बाढ़ के पानी में उतर कर लोगों की सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रही हैं. तेवर दिखाने के लिए झारखंड की सीमा सील कर रही हैं. ऐसा कर वह दिखाना चाहती हैं कि वह कितना विरोध कर रही हैं. सवाल यह उठता है कि बाढ़ का पानी ट्रकों में लोड होकर पश्चिम बंगाल में आ रहा है क्या? उनके इस कदम से उलटे राज्य में सामानों की कीमतें बढ़ जाएंगी. मेडिकल काउंसिल की भूमिका पर उठाया सवाल अधीर ने मेडिकल काउंसिल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसके जरिए सत्ता पक्ष अपने स्वार्थ के लिए डाक्टरों पर नकेल कसता है. छात्र अपनी मेहनत और मां-बाप के पैसों से मेडिकल की पढ़ाई करते हैं. परीक्षा पास कर डाक्टर बनते हैं. लेकिन प्रैक्टिस तब तक नहीं कर सकते, जब तक उनका पंजीकरण मेडिकल काउंसिल में नहीं हो जाता. इस पंजीकरण की आड़ में तमाम तरह के खेल होते हैं. इसलिए इस व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की बेहद जरूरत हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है