कोलकाता : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में अम्फन चक्रवात (Amphan cyclone) की वजह से करीब छह करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं व 86 लोगों की मौत हुई है. अकेले दक्षिण 24 परगना में ही 73 लाख प्रभावित हुए हैं. काकद्वीप में प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दक्षिण 24 परगना में 10 लाख और डायमंड हार्बर में डेढ़ लाख घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. 41,600 बिजली के खंबे उखड़ गये हैं. नदिये के करीब 56 किलोमीटर तटबंध ढह गये हैं. मुख्यमंत्री ने चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के साथ सभी प्रशासनिक विभाग को संयुक्त रूप से कार्य करने और जल्द रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. साथ ही, स्थानीय युवाओं को राहत कार्य में लगाने का निर्देश भी दिया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राहत कार्य में पूरा जोर लगाना होगा. इसे लेकर समस्या न हो. पैसा सोच-समझ कर खर्च किये जाने की जरूरत है. कोरोना की वजह से पहले ही गत तीन महीने से राज्य सरकार को कोई आय नहीं हो रही है, लेकिन राशन, रहने, खाने-पीने की समस्या कम से कम लोगों को न हो यह सुनिश्चित करना होगा. प्रशासनिक बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जन प्रतिनिधियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जरूरत पड़ने पर घर-घर जाकर राशन दिया जाये, कम्यूनिटी किचेन शुरू किया जाये, ताकि लोगों को खाने की दिक्कत न हो.
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विद्यार्थियों के लिए विशेष ध्यान रखने की जरूरत उन्होंने बतायी. उनकी पाठ्य पुस्तकें या कॉपियां जो चक्रवात में नष्ट हो गयी हैं, उसकी व्यवस्था करने का उन्होंने निर्देश दिया. साथ ही स्कूली पोशाक भी उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा. इसके अलावा एंटी वेनम, दवाएं आदि की व्यवस्था भी स्वास्थ्य केंद्रों में करने का उन्होेंने निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने जेनरेटर के जरिये बिजली की थोड़ी- बहुत बहाली करने का सुझाव दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि रास्ते क्षतिग्रस्त हुए, तालाब का पानी गंदा हो गया है, सुंदरवन के मैंग्रोव को भी नुकसान पहुंचा है. इन सभी को दुरुस्त किये जाने की जरूरत है.
प्रशासनिक बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने चक्रवात में मारे गये स्थानीय 5 लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की बात कही. वहीं, गंभीर रूप से घायल को 50 हजार रुपये और आंशिक रूप से घायलों को 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी जायेगी. घायलों की चिकित्सा भी सरकार ही करायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईद के दौरान भी लोग कोरोना की वजह से घर से बाहर न निकलें और न ही भीड़ इकट्ठा करें. इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अम्फन चक्रवात से प्रभावित दक्षिण 24 परगना का हवाई सर्वेक्षण किया. हेलीकॉप्टर गोसाबा, बासंती, नामखाना, काकद्वीप इलाके से होते हुए वापस दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप पहुंचा. यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रशासनिक बैठक की. बैठक में उन्होंने हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट ली. मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले हफ्ते वह अन्य जिलों के प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी.
चक्रवात के कारण सीएम आवास में भी फोन नेटवर्क व टीवी लाइन हुआ था बाधित
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि अम्फान चक्रवात की वजह से जहां चारो ओर तबाही का मंजर दिखायी दिया है, वहीं लोगों के घरों की बिजली गुल हुई, फोन के नेटवर्क या टीवी की समस्या हुई. मुख्यमंत्री खुद भी इससे अछूती नहीं रहीं. उन्होंने बताया कि उनके खुद के फोन का नेटवर्क नहीं था. सीइएससी (CESC) में बात करने के लिए उन्होंने दूसरे का फोन इस्तेमाल किया. इसके अलावा उनके खुद के घर के टीवी का कनेक्शन भी बाधित था.
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अम्फान की बाबत संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने जीवनकाल में उन्होेंने ऐसी भीषण आपदा नहीं देखी. उन्होेंने बताया कि उन्हें भूटान के प्रधानमंत्री ने भी फोन किया था. उन्होंने चक्रवात से हुए नुकसान की जानकारी ली और संवेदना प्रकट की थी.