कोलकाता. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से दावा किया कि जिस कमरे में मुख्यमंत्री इंतजार कर रही थीं, उसकी तस्वीर सरकार ने अदालत को प्रभावित करने के लिए जारी की थी. श्री अधिकारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की लाइव स्ट्रीमिंग से कोई लेना-देना नहीं है. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई को पूरा देश लाइव स्ट्रीमिंग के जरिये देख रहा है. विपक्ष के नेता ने कहा कि यह सब ममता बनर्जी का नाटक है, लाइव स्ट्रीमिंग में उनके बेनकाब होने की आशंका थी, इसलिए जूनियर डॉक्टरों की उचित मांग को उन्होंने नहीं माना. जूनियर डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग में हुए भ्रष्टाचार पर चर्चा करना चाहते थे, जिससे स्वास्थ्य मंत्री ममता बनर्जी डर गयीं. श्री अधिकारी ने कहा कि दरअसल, ममता बनर्जी खुद नहीं चाहतीं कि गतिरोध खत्म हो. अगली सुनवाई से पहले राज्य के वकील कपिल सिब्बल को झूठी दलीलों का हथियार सौंपने के लिए ममता बनर्जी तरह-तरह की रणनीति अपना रही हैं. श्री अधिकारी ने सवाल उठाया कि अगर मुख्यमंत्री प्रशासनिक बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग कर सकती हैं तो इतनी महत्वपूर्ण बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग पर उन्हें आपत्ति कहां है? कानून का तर्क पूरी तरह झूठ है. दरअसल, मुख्यमंत्री लाइव स्ट्रीमिंग से इसलिए डर रही हैं कि क्योंकि वह शुरुआती पुलिस जांच में खामियों, सबूत मिटाने की कोशिश और जांच के नाम पर जल्दबाजी में दाह संस्कार के सवालों का जवाब नहीं दे पायेंगी.
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