चक्रवात को लेकर तटरक्षक बल भी सतर्क, जहाज व विमान तैनात
एक बयान में कहा गया है कि आइसीजी ने अपने जहाजों तथा विमानों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रणनीतिक रूप से तैयार कर लिया है.
कोलकाता. भारतीय तटरक्षक बल (आइसीजी) ने मंगलवार को कहा कि वह बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान बनने की आशंका के मद्देनजर किसी भी आपात स्थिति से तत्काल निपटने के लिए अत्यधिक सतर्क है और उसने अपने जहाजों तथा विमानों को तैनात किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के अनुसार, पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और 25 अक्टूबर की सुबह 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से उसके पुरी और सागर द्वीप के बीच ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट पार करने की आशंका है. एक बयान में कहा गया है कि आइसीजी ने अपने जहाजों तथा विमानों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रणनीतिक रूप से तैयार कर लिया है. आइसीजी अत्यधिक सतर्क है और उसके समर्पित कर्मी तथा संसाधन सहायता, बचाव एवं राहत उपलब्ध कराने के लिए तैयार है. तटरक्षक कर्मी समन्वित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए पश्चिम बंगाल तथा ओडिशा में स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन प्राधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. आइसीजी ने मछुआरों और नाविकों को नियमित मौसम चेतावनी और सुरक्षा संबंधी परामर्श जारी करने के लिए पश्चिम बंगाल के हल्दिया और ओडिशा के पारादीप में हेलीकॉप्टर और ‘रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन’ तैनात किए. बयान के अनुसार, तटरेखा पर मछुआरा समुदायों को चक्रवात के गुजरने तक समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी गयी है. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल में अभी तक नौ दलों को तैनात किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है