क्लास को लेकर कॉलेजों ने जारी किया शेड्यूल
कई सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों ने पूजा की छुट्टियों के दौरान कक्षाओं के लिए रोस्टर की घोषणा की है
कोलकाता. कई सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों ने पूजा की छुट्टियों के दौरान कक्षाओं के लिए रोस्टर की घोषणा की है, जिससे विलंब से नामांकित छात्रों को जनवरी में होने वाली प्रथम सेमेस्टर परीक्षा के लिए तैयार किया जा सके. शिक्षा विभाग द्वारा संचालित सेंट्रलाइज्ड पोर्टल के माध्यम से प्रवेश पूरा होने के बाद रिक्त सीटों को भरने के लिए कॉलेजों ने 30 सितंबर तक छात्रों को स्वतंत्र रूप से प्रवेश दिया था. प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा जनवरी में होनी है और कॉलेजों में पूजा की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं. कॉलेज प्रिंसिपलों ने जानकारी दी कि अगर पूजा अवकाश के दौरान कक्षाएं आयोजित नहीं की गयीं, तो देर से प्रवेश लेने वालों को प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा देने में कठिनाई होगी. इस क्रम में आशुतोष कॉलेज और लेडी ब्रेबर्न कॉलेज 21 से 30 अक्तूबर तक ऑनलाइन और ऑफलाइन कक्षाओं के संयोजन के माध्यम से कक्षाएं आयोजित करेंगे. लेडी ब्रेबर्न कॉलेज की प्रिंसिपल सिउली सरकार ने बताया कि छात्रों को परीक्षा की तैयारी में मदद करने के लिए 15 नवंबर से प्रत्येक दिन कक्षा समय शुरू होने से पहले और कक्षा समय समाप्त होने के बाद अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करने की योजना बना रहे हैं. सेंट्रलाइज्ड काउंसेलिंग दो राउंड में सात सितंबर तक जारी रही. पहले दौर में दाखिला लेने वालों के लिए कक्षाएं अगस्त की शुरुआत में शुरू हुईं. दूसरे दौर में नामांकन करने वालों की शुरुआत आठ सितंबर को की गयी. वहीं, आशुतोष कॉलेज के प्रिंसिपल मानस काबी ने कहा : राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी) 2020 को ध्यान में रखते हुए पिछले साल से चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम शुरू हो गये हैं. इससे चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम अधिक विस्तृत हो गया है. जिन छात्रों को 30 सितंबर तक प्रवेश दिया गया है, वे इसमें शामिल नहीं होते हैं तो वह पूजा अवकाश के दौरान होने वाली कक्षाओं में उपस्थित रह सकते हैं, ताकि प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा देने में आसानी होगी. पूजा की छुट्टियों के दौरान कक्षाएं लेने की व्यवस्था की गयी है. सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों में कक्षाएं नवंबर की शुरुआत में फिर से शुरू होंगी, जब पूजा की छुट्टियां खत्म होंगी. ध्यान रहे, स्नातक पाठ्यक्रम 2022-23 शैक्षणिक वर्ष तक तीन साल की अवधि का था. जैसे ही राज्य सरकार ने एनइपी को मंजूरी दी, अवधि चार साल तक बढ़ गयी. पूजा अवकाश के दौरान कक्षाएं मिश्रित मोड में आयोजित की जायेंगी. वहीं, ऑल बंगाल प्रिंसिपल्स काउंसिल के सचिव पूर्ण चंद्र मैती ने कहा कि पूजा की छुट्टियों के दौरान भी कक्षाएं आयोजित करने के लिए हमें व्यवस्था करनी पड़ी. हमने इसे शिक्षकों और छात्रों पर छोड़ दिया है कि वे कक्षाओं में शारीरिक रूप से या ऑनलाइन भाग लेना चाहते हैं या नहीं. चूंकि सरकारी कॉलेज 15 नवंबर को खुलेंगे, इसलिए हम अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करने की योजना बना रहे हैं. अगर शिक्षा विभाग ने मई की शुरुआत में स्कूल छोड़ने वाले परीक्षा परिणाम के प्रकाशन के तुरंत बाद केंद्रीकृत ऑनलाइन पोर्टल शुरू की होती, तो उनके पास अधिक कक्षा घंटे होते. कुछ तार्किक मुद्दों के कारण 12वीं कक्षा के बोर्ड परिणाम प्रकाशित होने के डेढ़ महीने से अधिक समय बाद विभाग ने पोर्टल लॉन्च की. इसके कारण इस साल कक्षाएं देरी से शुरू हुईं.
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