तीन चिकित्सकों के खिलाफ बऊबाजार थाने में जूनियर डॉक्टरों ने दर्ज करायी शिकायत, पुलिस ने शुरू की जांच
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की घटना को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच अभिक दे, विरुपक्ष विश्वास और रंजीत साहा नाम के तीन चिकित्सकों के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने बऊबाजार थाने में शिकायत दर्ज करायी है.
ई-मेल भेज कर दर्ज करायी शिकायत, धमकी देने का लगाया गया है आरोप
संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की घटना को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच अभिक दे, विरुपक्ष विश्वास और रंजीत साहा नाम के तीन चिकित्सकों के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने बऊबाजार थाने में शिकायत दर्ज करायी है. कोलकाता मेडिकल कॉलेज के 46 जूनियर डॉक्टरों ने रविवार को ई-मेल के जरिये बऊबाजार थाने में शिकायत की कॉपी भेजी. उनका आरोप है कि उक्त चिकित्सक अन्य अभ्यर्थियों को डराते-धमकाते थे. उन्हें डर के साये में जीना पड़ता था. अब इस डर के खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराने का फैसला लिया गया है. बताया जा रहा है कि आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की गिरफ्तारी के बाद से बर्दवान मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर विरुपक्ष और पूर्व आरएमओ अभिक चर्चा में हैं. उनके नाम पर आरोप सार्वजनिक किये जा रहे हैं. कथित तौर पर वे संदीप घोष के ””करीबी”” बताये गये हैं. इसके अलावा उन पर कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों को ””धमकाने”” का भी आरोप लगता आया है. इसके अलावा, आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितता के मामले सामने आने के बाद घटनास्थल पर अभिक की मौजूदगी को लेकर भी शिकायतें मिली थीं. डॉक्टरों के कई संगठनों ने अभिक के एसएसकेएम अस्पताल में पीजीटी की उपलब्धता पर भी सवाल उठाया था. स्वास्थ्य विभाग पहले ही चिकित्सक विरुपक्ष को निलंबित कर चुका है.
अभिक के अलावा बर्दवान मेडिकल के पैथोलॉजी विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर विरुपक्ष के नाम पर डॉक्टरों-छात्रों के एक समूह ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से शिकायत की.आरजी कर घोटाले के संदर्भ में हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ था. उस ऑडियो के सोर्स से डॉक्टर विरुपक्ष का नाम सामने आया था.
दावा किया जा रहा है कि उस ऑडियो में आवाज विरुपक्ष की ही है. ऑडियो में विरुपाक्ष को ””धमकी”” देते हुए सुना गया था. कथित तौर पर बर्दवान मेडिकल कॉलेज में विरुपक्ष की ””दादागिरी”” चल रही थी. आरोप यह भी है कि वह तकरीबन सभी जूनियर चिकित्सकों को धमकी देते थे. हालांकि, विरुपाक्ष ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. इधर, इन तीनों चिकित्सकों के खिलाफ थाने में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है