बोले मेयर फिरहाद हकीम
संवाददाता, कोलकाताकोलकाता पर्यावरण सुधार निवेश कार्यक्रम (केइआइआइपी) द्वारा टॉलीगंज क्षेत्र के लिए निकासी, पेयजल समेत तीन परियोजना पर कार्य किया जा रहा है. 2019 में दूसरे चरण का यह कार्य पूरा होना था. पर अब तक पूरा नहीं हो सकता है. ऐसे में सोमवार को कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने केइआइआइपी के साथ एक समीक्षा बैठक की.
इस बैठक में केइआइआइपी के साथ निगम के विभिन्न विभागों के डायरेक्टर जनरल (डीजी) में शामिल हुए थे. बैठक के बाद मेयर ने निगम में संवाददाता को बताया कि बैठक में संबंधित बोरो के चेयरमैन और वार्ड पार्षद भी शामिल हुए थे.मेयर ने बताया कि दूसरे चरण का उक्त कार्य अगर अगले महीने दिसबर तक पूरा नहीं हो जाता है तो केइआइआइपी के कार्य को कर रहे संबंधित इंजीनियरिंग कंपनी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया जायेगा. इसके बाद निगम द्वारा सड़कों की मरम्मत करा दी जायेगी. इसके बाद अधूरे पड़े कार्य को किसी दूसरी कंपनी को सौंपा जायेगा. फरवरी से शुरू होगा तीसरे चरण का कार्य : मेयर ने बताया कि अब हम दूसरे चरण के उक्त कार्य के पूरा होने का इंतजार नहीं करेंगे. अगले साल फरवरी से वार्ड-108,109, 126,127,138,139,140,141,142,143 में जलापूर्ति के लिए 200 मिलियन गैलन शोधन के लिए कार्य शुरू किया जाएगा.
केइआइआइपी के कामकाज पर निगम की रहेगी नजर
मेयर ने बताया कि केइआइआइपी एक अलग संस्था है. पर कोलकाता में जल निकासी, जल शोधन, सड़क निर्माण आदि कार्यों को करती है. पर केइआइआइपी तय समय पर कार्यों को पूरा नहीं कर पाती है. इसके चलते निगम ही नहीं, आम लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस वजह के अब निगम की देखरेख में केइआइआइपी उक्त कार्यों को पूरा करेगा. निगम के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के डायरेक्टर जनरल (डीजी) पीके दुआ केइआइआइपी के कामकाज पर नजर रखेगें.
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