कोलकाता. जादवपुर यूनिवर्सिटी (जेयू) में परीक्षा को लेकर नया विवाद पैदा हो गया है. विश्वविद्यालय के लगभग 50 जनसंचार स्नातकोत्तर छात्रों ने आरोप लगाया है कि बिना मूल्यांकन के ही परीक्षा में अंक दिये गये. विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने स्वीकार किया कि इस मामले में गड़बड़ी हुई है, जिसके बाद संबंधित प्रोफेसर से पूछताछ शुरू हो गयी है. इस प्रक्रिया में छात्र पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं. जादवपुर विश्वविद्यालय में यह विवाद तब खड़ा हो गया, जब मास कम्युनिकेशन स्नातकोत्तर के छात्रों ने आरोप लगाया कि उनके मीडिया लॉ और एथिक्स पेपर के अंक उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बिना दिये गये. जेयू के अंतरिम कुलपति भास्कर गुप्ता के साथ बैठक के दौरान पता चला कि जिन छात्रों ने जुलाई में पेपर लिखा और अगस्त में उनके परिणाम प्राप्त हुए, उन्होंने अपने अंकों में विसंगतियों पर चिंता जतायी. कुछ छात्रों ने अप्रत्याशित रूप से कम अंक मिलने के बाद पुनर्मूल्यांकन की मांग करते हुए आरटीआइ आवेदन भी दायर किया है. विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि समीक्षा प्रक्रिया के दौरान, पता चला कि लगभग 50 उत्तर पुस्तिकाएं बिना जांचे जमा कर दी गयी थीं. इस बीच, पत्रकारिता व जनसंचार विभाग के प्रमुख पार्थ सारथी चक्रवर्ती ने कहा कि लापरवाही के आरोपी प्रोफेसर से पूछताछ की जायेगी और विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार उचित कार्रवाई की जायेगी.
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