Corona Effect : निजी बस मालिकों ने राज्य सरकार से किराया दोगुना करने की मांग की

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के संक्रमण मुक्त (ग्रीन जोन) जिले में बसें चलाने के लिए प्राइवेट बस मालिकों ने राज्य सरकार से किराया दोगुना करने की मांग की है. ऐसा नहीं करने की सूरत में सरकार से बस चलाने पर होने वाले नुकसान की भरपाई करने की मांग भी की गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2020 5:10 PM
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कोलकाता : पश्चिम बंगाल (West Bengal) के संक्रमण मुक्त (ग्रीन जोन) जिले में बसें चलाने के लिए प्राइवेट बस मालिकों ने राज्य सरकार से किराया दोगुना करने की मांग की है. ऐसा नहीं करने की सूरत में सरकार से बस चलाने पर होने वाले नुकसान की भरपाई करने की मांग भी की गयी है. ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बनर्जी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

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तपन बनर्जी ने कहा कि गुरुवार को ही राज्य परिवहन विभाग के अधिकारियों से इस बारे में बातचीत हुई है. दरअसल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने काफी दिनों पहले आदेश दिया था कि राज्य के जो 8 जिले कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हैं, वहां प्राइवेट बसों का संचालन किया जा सकता है. हालांकि, उन्होंने निर्देश दिया था कि बसों में सवार होनेवाले यात्रियों के बीच सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बरकरार रहे. इसके लिए केवल 20 यात्रियों को लेकर बस चलाने की अनुमति होगी.

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इसी सप्ताह गत सोमवार से ही बसों को सड़कों पर उतारने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दे दिया था, लेकिन मालिकों ने किसी भी क्षेत्र में बस नहीं चलायी है. उनका कहना है कि केवल 20 यात्री को लेकर बस चलाने से ईंधन का खर्च भी नहीं निकलेगा. बसों को चलाने का, मेंटेनेंस और कर्मचारियों का वेतन भुगतान करना मुश्किल हो जायेगा. इसके बाद गुरुवार को राज्य परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ बस मालिकों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई. तब श्री बनर्जी ने बताया कि गुरुवार को बैठक में मालिकों की ओर से राज्य सरकार को हमारी चिंताओं से अवगत करा दिया गया है.

श्री बनर्जी ने कहा कि 65 से 70 यात्रियों की क्षमता वाली बसों में केवल 20 यात्रियों को लेकर यात्रा करना नुकसान का सौदा है. इसलिए सरकार अगर इस बात का आश्वासन दे कि सड़कों पर बस चलाने से मालिकों को जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई की जायेगी, तो वे सब बस चलाने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय राज्य सरकार निजी बसें किराए पर लेती हैं और उसका भुगतान करती है. उसी तरह से इस बार भी किया जाना चाहिए.

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उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता, तो बस किराया को अगर दोगुना किया जाये, तो थोड़ी-बहुत असुविधाओं के बावजूद बस परिसेवा शुरू कर दी जायेगी. उन्होंने कहा कि मालिक बसों को चलाने के लिए तैयार बैठे हैं. सरकार के जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है. गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम, बांकुड़ा, पुरुलिया, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिला फिलहाल संक्रमण से मुक्त (Corona Free) हैं.

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