Coronavirus Outbreak: दिलीप घोष का आरोप, मरकज से लौटे बंगाल के कई लोग छिपे हैं मस्जिदों में

प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने निजामुद्दीन के मरकज से लौटे लोगों के कोलकाता के कुछ मस्जिदों में छिपे रहने का आरोप लगाया. इनमें से कुछ विदेशी भी हैं. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि ऐसे लोगों को खोजकर बाहर निकाले और उन्हें क्वारेंटाइन में भेजें.

By AmleshNandan Sinha | April 3, 2020 8:57 PM

कोलकाता : प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने निजामुद्दीन के मरकज से लौटे लोगों के कोलकाता के कुछ मस्जिदों में छिपे रहने का आरोप लगाया. इनमें से कुछ विदेशी भी हैं. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि ऐसे लोगों को खोजकर बाहर निकाले और उन्हें क्वारेंटाइन में भेजें.

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श्री घोष ने साल्टलेक स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, मरकज में पश्चिम बंगाल से 269 लोग गये थे. इनमें 109 विदेशी नागरिक थे तथा 160 इस देश के लोग थे. इनमें से 40 लोगों को राजारहाट स्थित हज हाउस में रखा गया है.

48 घंटे में पूरे देश में 1000 लोग संक्रमित हुए हैं. इनमें 560 लोग निजामुद्दीन के मरकज में गये थे. इनमें से कई लोग वायरस संक्रमित हैं. ये लौटे हैं और इनमें से कई विदेशी कोलकाता के चार मस्जिदों में छिपे हैं. ये बहुत ही चिंता का विषय है. प्रशासन उन्हें खोज कर क्वारेंटाइन में भेजे. उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के 10 छात्र भी मरकज में गये थे. उन्हें भी छिपाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि हल्दिया का एक व्यक्ति पोर्ट में नौकरी करता है. वह भी गया था. तीन दिनों तक ड्यूटी भी किया. मस्जिद में नामाज पढ़ा. बाद में कोलकाता में भर्ती किया गया है. उन्होंने चिंता जतायी कि ऐसे लोग सैकड़ों लोगों को संक्रमित कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पर कोरोना से संबंधित जानकारी छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि धनियाखाली की घटना छिपायी गयी.

उन्होंने कहा कि मृतकों व संक्रमित लोगों की संख्या के बारे में लोगों को गलत सूचना दी जा रही है. सूचनाएं छिपाने की कोशिश हो रही है. स्वास्थ्य विभाग ने पहले कहा कि सात लोग मारे गये. फिर नवान्न से कहा गया कि तीन लोगों की मौत हुई है. कौन सही है. सरकार स्पष्ट करे. यदि सब कुछ ठीक है, तो फिर विरोध प्रदर्शन क्यों हो रहा है. पुलिस लॉकआउट क्यों नहीं करवा पा रही है.

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