महानगर में बढ़ते वायु प्रदूषण से नगर निगम चिंतित

वहीं, माना जा रहा है कि निर्माण सामग्री से भी प्रदूषण फैल रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 3, 2024 1:10 AM

अगले साल फरवरी तक उतारी जायेंगी 1000 ई-बसें कोलकाता. महानगर और हावड़ा शहर में वायु प्रदूषण को लेकर प्रशासन चिंतित है. ठंड के आते ही कोलकाता में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है. ऐसे में कोलकाता नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार महानगर में फुटपाथ पर चूल्हा जला कर खाद्य सामाग्री बनाने वाले हॉकर सबसे अधिक प्रदूषण फैला रहे हैं. वहीं, माना जा रहा है कि निर्माण सामग्री से भी प्रदूषण फैल रहा है. पुलिस प्रशासन से मिल कर प्रदूषण पर नियंत्रण करने का निर्णय लिया गया है. 1500 फूड वेंडरों को स्मोकलेस चूल्हे दिये जायेंगे. फिलहाल 15 लोगों को चूल्हे दिये गये हैं. कोलकाता में चरणबद्ध तरीके से 1500 फूड वेंडरों को चूल्हे दिये जायेंगे, जिससे कोलकाता में वायु प्रदूषण कम होगा. यह जानकारी सोमवार को कोलकाता नगर निगम में मेयर फिरहाद हकीम ने दी. बता दें कि इस दिन बैठक का नेतृत्व मेयर ने किया. बैठक में निगम के आयुक्त धबल जैन, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष कल्याण रूद्र, परिवहन और पर्यावरण विभाग के सचिव सह कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हावड़ा नगर निगम के अधिकारी भी उपस्थित थे. बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि कोलकाता व हावड़ा में किसी स्थान पर आग न जलायी जाये. वहीं, प्रदूषण नियंत्रण के लिए धुआं छोड़ने वाले वाहनों पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है. बैठक में कोलकाता व हावड़ा नगर निगम के आयुक्त, परिवहन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में वायु प्रदूषण को किसी भी हाल में नियंत्रित करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण परिषद द्वारा कई तरह के सुझाव भी दिये गये हैं. बताया गया कि कोलकाता में हवा हावड़ा की ओर से आती है. ऐसे में हावड़ा से प्रदूषित धूल कण कोलकाता में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए विशेष रूप से हावड़ा में प्रदूषण की रोकथाम पर जोर दिया जा रहा है. बैठक के बाद मेयर ने बताया : हमने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कहा है कि सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने पर विचार किया जाये. इस पर अंकुश लगाने के लिए जरूर पड़ने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. सिंगल यूज प्लास्टिक बनने वाली फैक्टरी पर भी नजर रखने को कहा गया है. कोलकाता सहित आसपास के इलाकों में प्रदूषण की रोकथाम के लिए पुलिस को भी सचेत रहने का निर्देश दिया गया है. मेयर ने बताया कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए परिवहन विभाग इलेक्ट्रिक बसें उतारने जा रहा है. अगले साल फरवरी तक कोलकाता में 1000 ई-बसें उतारने की योजना है. वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण के लिए महानगर में सीधे 100 डायल पर शिकायत की जा सकती है. मेयर ने बताया कि इस तरह की व्यवस्था सिर्फ कोलकाता में ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में होगी. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पुलिस संयुक्त रूप से इस मामले को देखेंगे. मेयर ने बताया कि, राज्य के सभी लोग बांग्ला भाषा जानते हैं. बंगाल में रहने वाले सभी लोग बंगाली हैं, इसलिए सभी साइन बोर्ड व होर्डिंग को बांग्ला भाषा में लिखे जाने के लिए निगम की ओर से निर्देश जारी किया गया है. अन्य राज्यों में भी स्थानीय भाषा को प्रधानता दी जाती है. मेयर ने कहा कि होर्डिंग या साइन बोर्ड पर बांग्ला भाषा को प्रमुखता देनी होगी.

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