गोल पार्क : धोखाधड़ी के शिकार दंपती ने गंवाये 17 लाख रुपये
पीड़ित सुभाशीष राॅय का आरोप है कि 19 दिसंबर से लेकर दो फरवरी के बीच उनके मोबाइल पर एक कॉल आया.
कोलकाता. गोल पार्क निवासी सुभाशीष रॉय और चंद्र रॉय को शातिर साइबर ठगों का शिकार होकर अपनी लगभग सारी जमा पूंजी 17 लाख रुपये गंवाने पड़ गये. इस घटना के बाद उन्होंने इसकी शिकायत गरियाहाट थाने में दर्ज करायी है. पीड़ित सुभाशीष राॅय का आरोप है कि 19 दिसंबर से लेकर दो फरवरी के बीच उनके मोबाइल पर एक कॉल आया. दूसरे पक्ष ने कहा कि दिल्ली स्थित बड़े सरकारी बैंक के मुख्यालय से फोन किया गया है. फोन करनेवाले ने बताया कि उनके नाम पर क्रेडिट कार्ड जारी किया गया था, जिससे उन्होंने एक लाख 60 हजार रुपये खर्च किये हैं. सुभाशीष ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है और न ही ऐसा कोई खर्च किया है. तब फोन करनेवाले ने कहा कि चूंकि इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है, इसलिए पूरे मामले की सूचना दिल्ली पुलिस को दी गयी है. चंद्रा ने शिकायत में पुलिस को बताया कि इसके बाद उन्हें बताया गया कि फोन लाइन दिल्ली पुलिस को हस्तांतरित की जा रही है. वीडियो कॉल आने पर उन्होंने देखा कि एक बड़े कमरे में दिल्ली पुलिस की वर्दी पहने कुछ लोग बैठे हुए हैं. वहां से सुभाशीष को बताया गया, आपके नाम पर ईडी द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. आप अपने आधार कार्ड की तस्वीर लें और अभी भेजें. इसके बाद दंपती घबरा गये. उन्होंने अपने आधार कार्ड का फोटो भी खींचकर भेज दिया. आधार कार्ड का फोटो भेजने के एक घंटे बाद उन्हें मोबाइल फोन पर ईडी का नोटिस मिला, जिसमें कहा गया सुभाशीष को डिजिटल अरेस्ट किया गया है. सुभाशीष को यह भी बताया गया कि उनका नाम लगभग 2.5 करोड़ रुपये के वित्तीय धोखाधड़ी मामले में शामिल है. जब उन्होंने दावा किया कि वे इसमें शामिल नहीं हैं, तो सुभाशीष से उनके सभी बैंक विवरण भेजने को कहा गया. इसके बाद दंपती ने अपनी बचत के बारे में सारी जानकारी दी. इसके बाद से उन्हें डरा-धमका कर विभिन्न समय पर करीब 17 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया. बाद में सुभाशीष को अहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है. इसके बाद उन्होंने सात जनवरी को गरियाहाट थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है.
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