कोलकाता. आरजी कर अस्पताल में हुए दुष्कर्म एवं हत्या मामले में मुख्य आरोपी को मृत्यु होने तक कारावास की सजा सुनाये जाने के फैसले से राज्य भर के चिकित्सक असंतुष्ट हैं. चिकित्सकों ने सोमवार को कहा कि वे उच्च न्यायालय का रुख करेंगे और मामले में शामिल अन्य व्यक्तियों को दंडित किये जाने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. गौरतलब है कि इस घटना को लेकर सीनियर और जूनियर डॉक्टरों, दोनों की ओर से नौ अगस्त की इस आपराधिक घटना के बाद से कई बार विरोध प्रदर्शन किया गया है. उन्होंने सवाल उठाया कि इस मामले को ‘दुर्लभ से दुर्लभतम’ श्रेणी में क्यों नहीं वर्णित किया गया, जबकि सरकारी अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात एक महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गयी.सीनियर डॉक्टर राजीव पांडेय ने कहा, यह एक संस्थागत अपराध है और इसे किसी एक व्यक्ति द्वारा अंजाम नहीं दिया जा सकता. इसमें एक से अधिक लोग शामिल थे. वे सुनायी गयी सजा और मृतक के परिवार को दिये जाने वाले मुआवजे को स्वीकार नहीं कर सकते. यह बहुत असंतोषजनक और अस्वीकार्य है. डॉ पांडेय ने कहा कि वे मृत चिकित्सक के माता-पिता से चर्चा करेंगे और अगला कदम तय करेंगे, जो उच्च न्यायालय में जाने जैसा हो सकता है.
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