Covid-19 : बंगाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या पहुंची 385, अब तक 18 की मौत
पश्चिम बंगाल में कोरोना (Coronavirus) संक्रमितों की तादाद बढ़ कर 385 हो गयी है, जबकि इस बीमारी से अब तक 18 लोगों की मौत हुई है. राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा (Rajiv Sinha) ने बताया कि कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से हुई मौतों की जांच करनेवाली कमेटी ने अब तक 57 मौतों की जांच की है. उनमें से 18 की मौत सीधे तौर पर कोरोना से हुई है.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में कोरोना (Coronavirus) संक्रमितों की तादाद बढ़ कर 385 हो गयी है, जबकि इस बीमारी से अब तक 18 लोगों की मौत हुई है. राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा (Rajiv Sinha) ने बताया कि कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से हुई मौतों की जांच करनेवाली कमेटी ने अब तक 57 मौतों की जांच की है. उनमें से 18 की मौत सीधे तौर पर कोरोना से हुई है.
श्री सिन्हा ने स्पष्ट किया कि वे सभी 57 लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित थे, लेकिन कमेटी का मानना है कि अन्य की मौत के पीछे ‘सिवियर को-मॉरबिड कंडीशन’ जिम्मेदार थी. मौत की वजह कोरोना नहीं थी. उनकी मौत के पीछे कार्डियो वैस्कुलर एक्सीडेंट, रेनल फेल्योर, हाइपरटेंशन आदि कारण थे.
एक दिन में 51 नये मामले
श्री सिन्हा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 51 नये मामले सामने आये हैं. ये मामले कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, हुगली, पश्चिम मेदिनीपुर और पूर्व बर्दवान से हैं. कोलकाता से गुरुवार को 80 फीसदी मामले आये थे, वहीं शुक्रवार को यहां से 51 फीसदी मामले आये. हावड़ा से 18 और उत्तर 24 परगना से 13 फीसदी मामले आये हैं. यानी कुल संक्रमण के 82 फीसदी मामले कोलकाता, हावड़ा और उत्तर 24 परगना से हैं.श्री सिन्हा ने बताया कि फिलहाल राज्य में रोजाना करीब एक हजार कोरोना की टेस्टिंग करने की क्षमता है. पिछले 24 घंटे में 943 टेस्ट हुए हैं और अब तक 8,993 टेस्ट हो चुके हैं.
26,716 लोग होम क्वारेंटाइन
श्री सिन्हा ने बताया कि राज्य की ओर से एन 95 के 10 लाख मास्क के ऑर्डर दिये गये हैं. सरकारी क्वारेंटाइन में फिलहाल 6,190 और होम क्वारेंटाइन में 26,716 लोग हैं. लॉकडाउन के बीच अपना उद्यम फिर से चालू करने के लिए राज्य सरकार के पास कुल 3,711 आवेदन आये थे. इनमें से 1,535 को सशर्त अनुमति दी गयी है, जबकि 932 आवेदन खारिज कर दिये गये हैं. शेष पर विचार हो रहा है.
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श्री सिन्हा ने सभी अस्पतालों व निजी चेंबर चलाने वाले चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे किसी भी मरीज को न लौटायें. मरीजों को लौटाये जाने की शिकायतें उन्हें मिल रही है. यह स्वीकार नहीं किया जायेगा. इस संबंध में वह राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल व एमआर बांगुर के सुपर के साथ मुलाकात करेंगे. वेस्ट बंगाल डॉक्टर्स फोरम के साथ भी उन्होंने बात की है. साथ ही जूनियर डॉक्टरों से भी चर्चा करेंगे.