कोलकाता. दुष्कर्म की एक घटना में आरोपी को बचाने की कोशिश करने के आरोप में कलकत्ता हाइकोर्ट ने कोलकाता पुलिस आयुक्त को जांच अधिकारी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने और आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. पीड़िता आइटी कंपनी में कार्यरत हैं, जबकि पति मुंबई में आइएएस अधिकारी हैं. शुक्रवार को सुनवाई के दौरान जज राजर्षि भारद्वाज ने कोलकाता पुलिस की लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की. कोर्ट ने कोलकाता पुलिस के डिप्टी कमिश्नर को पूरी घटना की जांच करने का भी आदेश दिया है. जानकारी के अनुसार, 15 जुलाई को पीड़िता ने लेक थाने में दुष्कर्म की कोशिश करने का मामला दर्ज कराया था. पीड़िता ने बताया कि उनके एक परिचित ने ही उनके घर पर दुष्कर्म करने की कोशिश की थी. पीड़िता ने बताया कि पुलिस आरोपी पर जमानती धाराएं लगाकर मामले को हल्का कर दिया और दूसरे दिन ही आरोपी को जमानत मिल गयी.
इसके बाद पीड़िता ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
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