Cyclone Amphan : कोलकाता में 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं, लोगों को घरों में रहने की सलाह
बुधवार को जब चक्रवात दीघा और दक्षिण 24 परगना के समुद्र तट से टकराएगा, तब राजधानी कोलकाता में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. यह रफ्तार काफी घातक है.
कोलकाता : भीषण चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ को देखते हुए कोलकाता के लिए मौसम विभाग ने विशेष तौर पर अलर्ट जारी किया है. मंगलवार को मौसम विभाग के पूर्वी क्षेत्रीय उप निदेशक एस बनर्जी ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि बुधवार को जब चक्रवात दीघा और दक्षिण 24 परगना के समुद्र तट से टकराएगा, तब राजधानी कोलकाता में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. यह रफ्तार काफी घातक है. इससे मकानों की टीन की छत उड़ सकती है. बिजली और टेलीफोन के लैंप पोस्ट उखड़ या टूट सकते हैं. पेड़ों की ऊंची और मोटी डालियां टूट कर गिर सकती हैं. इसलिए लोगों को सावधानी बरतते हुए घरों में ही रहना चाहिए और घरों के दरवाजे व खिड़कियां पूरी तरह से बंद होनी चाहिए.
इसके अलावा मौसम विभाग के पूर्वी क्षेत्रीय निदेशक गणेश कुमार दास ने बताया कि चक्रवात की वजह से बुधवार सुबह से ही राजधानी कोलकाता में भारी बारिश की शुरुआत हो जायेगी. सुबह के समय हवाओं की गति 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. उसके बाद शाम के समय जब चक्रवात समुद्र तट से टकरायेगा, तब कोलकाता में हवाओं की गति बढ़कर 110 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. ऐसे समय में महानगर के सभी दुकानों, बाजारों और अन्य सार्वजनिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को बंद रखने की सलाह दी गयी है. कोलकाता के अलावा हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर पर और अधिक प्रभाव पड़ेगा. तमाम क्षेत्रों में बाजार बंद रखने का सुझाव दिया गया है.
बिजली विभाग ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक, चक्रवात के बंगाल में प्रवेश करते ही बिजली गुल हो जायेगी. कई जगहों पर तार टूट जायेंगे और खंभे उखड़ सकते हैं. इससे विद्युत वितरण में काफी समस्याएं हो सकती हैं. लोगों की सुविधाओं के लिए बिजली मंत्री शोभन देव चट्टोपाध्याय के निर्देश पर हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. दो हेल्पलाइन नंबर 7449300840 व 94335 64184 है. उपभोक्ता दोनों में से किसी भी नंबर पर फोन कर बिजली आपूर्ति संबंधी समस्या के बारे में अवगत करा सकेंगे. जैसे ही हालात सामान्य होंगे, बिजली विभाग के अधिकारी अथवा कर्मचारी मौके पर पहुंचकर आपूर्ति सामान्य करेंगे.