डाना : नौ जिलों में 26 तक स्कूल-कॉलेज बंद
बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न तूफानी चक्रवात ‘डाना’ का राज्य के तटवर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ नौ जिलों में व्यापक प्रभाव पड़ने की आशंका है.
सतर्कता. चक्रवात से निबटने की तैयारियों की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा, दिये कई दिशा-निर्देश
कोलकाता, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, हावड़ा तथा हुगली जिले में भी तेज हवा के साथ भारी बारिश की आशंका
राज्य सचिवालय के साथ-साथ जिला स्तर पर भी खोले गये कंट्रोल रूम
संवाददाता, कोलकाताबंगाल की खाड़ी में उत्पन्न तूफानी चक्रवात ‘डाना’ का राज्य के तटवर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ नौ जिलों में व्यापक प्रभाव पड़ने की आशंका है. इस बाबत सरकार ने राज्य के नौ जिलों में हाइ अलर्ट जारी किया है. मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में चक्रवात से निबटने की तैयारियों की समीक्षा की. बाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा : चक्रवात से निबटने के लिए राज्य प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. हम कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहते, इसलिए तटवर्ती व आसपास के नौ जिलों में एहतियात के तौर पर सभी स्कूल-काॅलेज बुधवार से शनिवार तक बंद रहेंगे. वहीं, सीएम की घोषणा के बाद स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गयी. तटवर्ती जिलों में व्यापक प्रभाव पड़ने की आशंका मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात के असर को देखते हुए राज्य के नौ जिलों के लिए सतर्कता जारी की गयी है. चक्रवात का राज्य के तटवर्ती जिले पूर्व मेदिनीपुर और उत्तर व दक्षिण 24 परगना में व्यापक प्रभाव पड़ने की आशंका है. इन तीनों के साथ-साथ कोलकाता, हावड़ा, हुगली, पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम व बांकुड़ा में भी चक्रवात की वजह से भारी बारिश हो सकती है, इसलिए एहतियात के तौर पर इन नौ जिलों में 23 से 26 अक्तूबर तक सभी स्कूल, कॉलेज व आइसीडीएस सेंटर बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात पर लगातार निगरानी करने के लिए राज्य सचिवालय नबान्न में कंट्रोल रूम खोला गया है. आपदा प्रबंधन विभाग का हेल्पलाइन नंबर 1070 है. वहीं, छह जिलों में भी जिला स्तर पर कंट्रोल रूम खोले गये हैं, जहां से परिस्थिति पर नजर रखी जायेगी.विभिन्न विभागों के सचिवों को दी गयी विशेष जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि विभिन्न विभागों के प्रधान सचिवों को आपदा की स्थिति पर नजर रखने की विशेष जिम्मेदारी दी गयी है. उन्होंने कहा कि जिन नौ जिलों में चक्रवात का सबसे अधिक प्रभाव पड़ने आशंका है, वहां वे अधिकारी हालात पर नजर रखेंगे. इनमें वरिष्ठ आइएएस अधिकारी मनीष जैन को दक्षिण 24 परगना का प्रभारी, राजेश सिन्हा को उत्तर 24 परगना, राजेश पांडेय को हावड़ा, सुरेंद्र गुप्ता को पश्चिमी मेदिनीपुर, ओंकार सिंह मीणा को हुगली, परवेज अहमद सिद्दिकी को पूर्व मेदिनीपुर, सौमित्र मोहन को झाडग़्राम और अवनींद्र शील को बांकुड़ा जिले का प्रभारी बनाया गया है.राज्य के तटवर्ती क्षेत्रों में माइकिंग, मछुआरों के समुद्र में जाने पर रोक
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस दौरान मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है. इसे लेकर तटवर्ती जिलों में स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रचार अभियान चलाया जा रहा है. बुधवार से मछुआरों के समुद्र में जाने पर पूरी तरह रोक रहेगी. माइकिंग करके भी सतर्क किया जा रहा है. चक्रवात से दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना व पूर्व मेदिनीपुर सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं. सभी संबंधित जिलों के डीएम-एसपी को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को हटा कर सुरक्षित जगह पर पहुंचाने के निर्देश दिये गये हैं. राज्य और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ व एनडीआरएफ) को भी तैनात किया गया है. तटवर्ती जिलों में फेरी सेवा भी बुधवार से बंद रहेगी. तटीय इलाकों में पर्यटकों की आवाजाही को नियंत्रित करने का भी आदेश दिया है. संबंधित जिलों में पर्याप्त राहत सामग्री की भी व्यवस्था की गयी है. राज्य व जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है.
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