जीरो लाइन पर बेटियों ने मृत मां के किये अंतिम दर्शन
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने फिर मानवता की एक मिसाल कायम की है.
बीएसएफ व बीजीबी की संयुक्त पहल
संवाददाता, कोलकाता
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने फिर मानवता की एक मिसाल कायम की है. बांग्लादेश में सीमावर्ती इलाके में रहने वाली एक वृद्धा के मृत्युपरांत जीरो लाइन पर भारत में रहने वालीं उनकी तीन बेटियों को उनकी मृत मां के अंतिम दर्शन कराये. घटना सोमवार को नदिया स्थित सीमा चौकी मधुपुर के पास जीरो लाइन (अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा) पर हुई. यह क्षेत्र बीएसएफ की 68वीं बटालियन के अधिकार क्षेत्र में आता है.
गत सोमवार को बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) ने मधुपुर सीमा चौकी के कंपनी कमांडर को बांग्लादेश के जेनेदाह जिले के गोपालपुर गांव की निवासी सायरा बानो के निधन की सूचना दी. उनकी तीन बेटियां, जो भारतीय सीमा के मधुपुर और हरिहरपुर के सीमावर्ती गांवों में रहती हैं. उन्होंने अपनी मां को अंतिम विदाई देने की इच्छा व्यक्त की. उनके अनुरोध पर बीएसएफ के कंपनी कमांडर की पहल पर तीन महिलाओं को उनकी मृत मां के अंतिम दर्शन की व्यवस्था करायी गयी. बीएसएफ ने बीजीबी के साथ समन्वय में मृतका की बेटियों और रिश्तेदारों के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन पर सायरा बानो के अंतिम दर्शन की व्यवस्था की. परिवार के सदस्यों ने दोनों सीमा बलों द्वारा अपनाये गये मानवीय दृष्टिकोण के लिए आभार व्यक्त किया.
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