दत्तपुकुर हत्याकांड : अपराधी हजरत की निकली सिर कटी लाश, दो अरेस्ट
वह मूलतः चोरी और डकैती जैसे कई वारदातों को अंजाम दे चुका था. बाद में वह अपराध जगत से नाता तोड़ कर सही राह पर लौट रहा था.
बारासात.
दत्तपुकुर थाना के छोटो जागुलिया पंचायत अधीन मालियापुर ग्राम के खेत से मिली सिर कटी लाश की पहचान कर ली गयी है. मृतक के परिजनों ने उसकी पहचान की. उसका नाम हजरत लश्कर है, जिसका पहले आपराधिक रिकार्ड था. हजरत लस्कर गाइघाटा के अंगुलटाका गांव का निवासी है. वह मूलतः चोरी और डकैती जैसे कई वारदातों को अंजाम दे चुका था. बाद में वह अपराध जगत से नाता तोड़ कर सही राह पर लौट रहा था. इस बीच उसकी हत्या कर दी गयी. इस मामले में पुलिस ने उसके मौसी के बेटे ओबेदुल्ला गाजी और उसकी पत्नी पूजा दास को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों को बारासात कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
पुलिस के मुताबिक, बुधवार की रात उसके परिजनों ने शव की पहचान की. उसके हाथ पर बने टैटू से परिजनों को पता चला. इसके बाद उसके साथ घटना के दिन निकले मौसी के बेटे ओबेदुल्ला का पता लगाया गया. उसका पता नहीं चल रहा था. फिर उसका मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर उसे बारासात से दबोचा गया. उसे और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. उसने हत्या की घटना में संलिप्तता की बात स्वीकार की है.
पुलिस दोनों से पूछताछ कर हत्या की वजह का पता लगाने में जुटी है. पुलिस को इस घटना में त्रिकोणीय प्रेम का संदेह है. बताया जाता है कि हजरत को पहले मादक पदार्थ तस्करी के एक मामले में भी गिरफ्तार किया गया था. बाद में उत्तरपाड़ा थाने के एक अधिकारी की मदद से वह ईमानदारी से जीवन जीना शुरू कर दिया था. यहां तक कि उसने अपने ही गैंग के कइयों को पुलिस के हवाले भी किया था. इसलिए पुलिस को संदेह है कि इसके कारण कहीं गुस्से से हत्या की गयी होगी अथवा इसके पीछे त्रिकोणीय प्रेम का संदेह है.
मालूम हो कि गत सोमवार की सुबह उक्त इलाके में खेत से उसका सिर विहीन शव मिला था. घटना के बाद अब तक उसके सिर का पता नहीं चल पाया है. प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने साफ तौर पर कहा कि किसी धारदार चॉपड़ से एक ही वार में सिर धड़ से अलग किया गया था. उसके हाथ-पैर बंधे और कुछ अंश जले थे. आशंका जतायी गयी है कि शव को जलाने की कोशिश की गयी होगी. शव के पास खून लगे ग्लास, बोतल और खाली चिप्स पैकेट मिले थे.
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