हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस को डब्ल्यूबीजेडीए ने लिखा पत्र
वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूबीजेडीए) की ओर से आरजी कर मामले की शीघ्र सुनवाई की मांग को लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा गया है. पत्र में लिखा है : हम आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई जघन्य घटना के बारे में अत्यंत आग्रह और गहरी पीड़ा के साथ पत्र लिख रहे हैं. इस जघन्य कृत्य न केवल पीड़ित के परिवार को तहस-नहस कर दिया है, बल्कि सुरक्षा और सम्मान के मौलिक अधिकारों पर भी सवालिया निशान लगा दिया है.
कोलकाता.
वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूबीजेडीए) की ओर से आरजी कर मामले की शीघ्र सुनवाई की मांग को लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा गया है. पत्र में लिखा है : हम आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई जघन्य घटना के बारे में अत्यंत आग्रह और गहरी पीड़ा के साथ पत्र लिख रहे हैं. इस जघन्य कृत्य न केवल पीड़ित के परिवार को तहस-नहस कर दिया है, बल्कि सुरक्षा और सम्मान के मौलिक अधिकारों पर भी सवालिया निशान लगा दिया है. यह जरूरी है कि कानून व्यवस्था में विश्वास बहाल करने और भविष्य में ऐसे अपराध को रोकने के लिए त्वरित और अनुकरणीय न्याय दिया जाये. पत्र में लिखा गया है कि आरजी कर मामले की सुनवाई वर्तमान में सियालदह कोर्ट में चल रही है, जो उच्च न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में आता है. संगठन ने त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए कि अनावश्यक देरी के बिना आगे बढ़ने और मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में स्थानांतरित किया जाने की मांग की है. पत्र में लिखा है कि न्याय में देरी न्याय से वंचित करने के समान है और ऐसे मामलों में त्वरित समाधान न्याय को प्रभावी ढंग से देने के लिए महत्वपूर्ण है. ऐसे में हम आपसे अनुरोध करते हैं कि 26 जनवरी 2025 से पहले उचित फैसला सुनाकर न्याय की डिलीवरी पूरी की जाये. साथ ही अपराधियों को फांसी की सजा सुनिश्चित किया जाये. इस अपराध की गंभीरता और बर्बरता को देखते हुए हम न्यायालय से अनुरोध करते हैं कि वह सुनिश्चित करे कि दोषी पक्षों को कानून के तहत सबसे बड़ी सजा मिले.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है