बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ सनातनी एकता मंच का प्रदर्शन, बड़ी संख्या में जुटे साधु-संत
बांग्लादेश में गिरफ्तार हिंदू नेता चिन्मय दास की रिहाई की मांग और वहां अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सनातनी एकता मंच की ओर से गुरुवार को कोलकाता के रानी रासमणि एवेन्यू में विरोध प्रदर्शन किया गया.
संवाददाता, कोलकाता
बांग्लादेश में गिरफ्तार हिंदू नेता चिन्मय दास की रिहाई की मांग और वहां अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सनातनी एकता मंच की ओर से गुरुवार को कोलकाता के रानी रासमणि एवेन्यू में विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हुए. अधिकारी ने कहा कि पेट्रापोल सीमा पर एक दिन के प्रदर्शन ने बांग्लादेश के होश उड़ा दिये थे.
उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था बांग्लादेश पर निर्भर नहीं है. लेकिन यहां से कॉटन, अनाज, साग-सब्जी, आलू, अंडा, प्याज सहित 97 तरह का सामान भेजा जाता है. इस पर वहां के लोग निर्भर करते हैं. यहां तक कि नौका व लंच के उपकरण भी भारत देता है. अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक दिन पेट्रापोल बंद कर दिया था, तो 40 गाड़ी प्याज सड़ गया. निर्यात व आयात करने वाले सभी हिंदू हैं. सभी हमें कह रहे हैं कि सबकुछ रोक दिया जाये तो बांग्लादेशियों की क्या अवस्था होगी. अधिकारी ने कहा कि अगले वर्ष 20 जनवरी के बाद विश्व समाज बांग्लादेश के लिए आगे आयेगा. बांग्लादेश के ध्वज के अपमान को लेकर बारासात से गिरफ्तार तीन लोगों को जमानत नहीं मिलने पर उन्होंने जोरदार आंदोलन करने की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि भारतीय ध्वज का अपमान करने पर कोई कदम नहीं उठाया जाता है, लेकिन बांग्लादेश के ध्वज के खिलाफ आंदोलन करने पर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस सभा में काफी संख्या में साधु-संन्यासी मौजूद रहे.
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