बांग्लादेश को शुभेंदु की चेतावनी, कहा- पाकिस्तान जैसी ही हो जायेगी हालत
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ पेट्रापोल सीमा पर साधु-संतों ने किया विरोध प्रदर्शन
शुभेंदु अधिकारी ने हिंदुओं को एकजुट होने का किया आह्वान
संवाददाता, कोलकाताबांग्लादेश में हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ सोमवार को भारत-बांग्लादेश पेट्रापोल सीमा के पास साधु-संतों ने विरोध प्रदर्शन किया. हाथों में तीर-धनुष समेत अन्य अस्त्रों के साथ काफी संख्या में उपस्थित लोगों ने विरोध जताया. बांग्लादेश में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के अपमान, हिंदुओं के उत्पीड़न और चिन्मय कृष्ण प्रभु की गिरफ्तारी के खिलाफ हिंदू संगठनों के साथ राज्य विधानसभा में विरोधी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन हुआ. पेट्रापोल में सभा मंच से श्री अधिकारी ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को चेतावनी दी और कहा कि सीमा पर व्यापार बंद होने से बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था हिल जायेगी. सुबह छह बजे से ही व्यापार बंद है. हजारों लोग आज यहां एकजुट हुए. यहां कोई पार्टी नहीं बल्कि हिंदू एकजुट हुए हैं. भारत बांग्लादेश के इस नये मुखिया (मोहम्मद यूनुस) को आत्मसमर्पण करायेगा. पाकिस्तान की तरह ही हाल कर देंगे. उन्होंने कहा कि भारत जी20 का प्रतिनिधित्व करता है. यह दुनिया का चौथा सबसे शक्तिशाली देश है. इसी हिंदू समाज ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को जीत दिलाया. हमारी सीमा पर अनेक वीरसेना हैं. अगर वीर सेना घूम गये तो बांग्लादेश की सेना को भागना पड़ेगा. श्री अधिकारी ने बंगाल के हिंदुओं को एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यहां से रोहिंग्या मुसलमानों को बाहर करना होगा. बंगाल के हिंदू अब धीरे-धीरे एकजुट हो रहे हैं. बंगाल में अभी वैसे लोगों की आबादी 50 प्रतिशत से नीचे है. जिस दिन वे लोग 50 प्रतिशत से ऊपर होंगे, तो तृणमूल-माकपा-भाजपा कोई नहीं चलेगा. श्री अधिकारी ने बांग्लादेश के हिंदुओं को भी एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से ही हिंदुओं की लड़ाई के लिए राष्ट्रीय ध्वज, धनुषवाण-शंख नाद लेकर आंदोलन करती रही है. यहां 20 हजार लोग आज एकजुट हुए. पेट्रापोल सीमा चौकी से करीब 800 मीटर दूर धरनास्थल तक हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लेकर जय श्री राम का नारा लगाते हुए श्री अधिकारी के नेतृत्व में लोगों ने मार्च किया. अधिकारी ने काले गुब्बारे उड़ा कर विरोध जताया. इसके बाद वह यात्री टर्मिनस से इमीग्रेशन सेंटर की ओर रवाना हुए. वहां सुबह से प्रदर्शन कर रहे कई लोगों से उन्होंने बात की और उनसे हाथ मिलाया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है