यौन उत्पीड़न के मामले में वाम संगठनों का प्रदर्शन
पिछले दिनों एक किशोरी के साथ यौन उत्पीड़न, आरजी कर कांड में दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने और स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर शुक्रवार को एसएफआइ, डीवाइएफआइ, गणतांत्रिक महिला समिति सहित अन्य वाम संगठनों की ओर से मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया गया.
हावड़ा में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच धक्कामुक्की, तनाव
संवाददाता, हावड़ा
जिला अस्पताल में पिछले दिनों एक किशोरी के साथ यौन उत्पीड़न, आरजी कर कांड में दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने और स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर शुक्रवार को एसएफआइ, डीवाइएफआइ, गणतांत्रिक महिला समिति सहित अन्य वाम संगठनों की ओर से मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे. मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय के पहले ही पुलिस ने बैरिकेड लगा दिये थे.
प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की. इसी दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्कामुक्की भी हुई. कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. हालांकि बाद में स्थिति को संभाल लिया गया. बताया जाता है कि चार सदस्यों की एक टीम मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से मिलना चाह रही थी, लेकिन पुलिस ने मिलने की इजाजत नहीं दी. इसके बाद प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
हावड़ा जिला अस्पताल में भ्रष्टाचार का बोलबाला : मीनाक्षी
प्रदर्शन में शामिल डीवाइएफआइ की प्रदेश सचिव मीनाक्षी मुखर्जी ने कहा कि पुलिस का काम अब सिर्फ प्रदर्शनकारियों को रोकना ही रह गया है. उन्होंने कहा : हावड़ा जिला अस्पताल में काफी भ्रष्टाचार है. यही कारण है कि पुलिस हमलोगों को रोकने के लिए यहां पहुंची है. करीब एक घंटे बाद चार सदस्यों की एक टीम मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से मिल कर उन्हें ज्ञापन सौंपा.
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जिला अस्पताल में सीटी स्कैन कराने गयी एक किशोरी के साथ यौन उत्पीड़न हुआ था. पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
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