लगे नारे ‘न्याय चाहिए, लक्खी भंडार नहीं’

बुधवार को कुलतली के कृपाखाली इलाके में स्थानीय महिलाओं ने घटना को लेकर विरोध रैली निकाली व प्रदर्शन किया. बच्ची की हत्या के मामले में जांच की प्रगति पर निराशा व्यक्त करते हुए स्थानीय महिलाओं ने कहा कि वे पीड़िता के लिए न्याय चाहती हैं, न कि राज्य सरकार की वित्तीय सहायता योजना ‘लक्खी भंडार’ का लाभ. इसी दिन कुलतली में स्थानीय ग्रामीण महिलाएं एक बरगद के पेड़ के पास जमा हुईं और उन्होंने देवी दुर्गा से अपनी सुरक्षा और बच्ची के लिए न्याय की प्रार्थना भी की.

By Prabhat Khabar News Desk | October 9, 2024 5:44 PM

कोलकाता.

बीते दिनों दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर थाना अंतर्गत महिषमारी इलाके में नौ साल की छात्रा का शव मिलने के बाद से ही जयनगर व कुलतली में ग्रामीणों का विरोध जारी है. बुधवार को कुलतली के कृपाखाली इलाके में स्थानीय महिलाओं ने घटना को लेकर विरोध रैली निकाली व प्रदर्शन किया. बच्ची की हत्या के मामले में जांच की प्रगति पर निराशा व्यक्त करते हुए स्थानीय महिलाओं ने कहा कि वे पीड़िता के लिए न्याय चाहती हैं, न कि राज्य सरकार की वित्तीय सहायता योजना ‘लक्खी भंडार’ का लाभ. इसी दिन कुलतली में स्थानीय ग्रामीण महिलाएं एक बरगद के पेड़ के पास जमा हुईं और उन्होंने देवी दुर्गा से अपनी सुरक्षा और बच्ची के लिए न्याय की प्रार्थना भी की.इधर, इलाके में सुरक्षा के लिए काफी संख्या में पुलिसकर्मियों की भी तैनाती है. प्रदर्शनकारियों में शामिल एक महिला ने कहा : हमें लक्खी भंडार या कन्याश्री योजनाएं नहीं चाहिए. हम केवल अपने बच्चों की सुरक्षा चाहते हैं.

गौरतलब है कि लक्खी भंडार राज्य सरकार की एक लोकप्रिय वित्तीय सहायता योजना है, जिसके तहत राज्य में सामान्य श्रेणी की महिलाओं को 1,000 रुपये और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को 1,200 रुपये का भत्ता प्रदान किया जाता है.

एक अन्य स्थानीय महिला ने कहा : महिलाओं की सुरक्षा कहां है? हमने संदेशखाली की घटना देखी और आरजी कर अस्पताल में एक महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना देखी. अब हमने यहां (जयनगर में) एक बच्ची को खो दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की गयी और शुक्रवार को छात्रा के लापता होने की घटना पर त्वरित कार्रवाई की होती, तो उसकी जान बच सकती थी. उन्होंने पुलिस पर निष्क्रियता का भी आरोप लगाया है. हालांकि, पुलिस ने उक्त आरोप को खारिज किया है.

घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची एसआइटी :

वहीं, बच्ची की हत्या की जांच को लेकर बारुईपुर जिला पुलिस की ओर से विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है, जिसका नेतृत्व बारुईपुर जिला पुलिस के अधीक्षक (एसपी) पलाश चंद्र ढाली कर रहे हैं. एसआइटी में बारुईपुर जिला पुलिस के अतिरिक्त अधीक्षक (जोनल) रूपांतर सेनगुप्ता, बारुईपुर महकमा पुलिस के अधिकारी आतिश विश्वास, जयनगर के सर्कल इंस्पेक्टर (सीआइ) सुबीर ढाली, जयनगर थाना के आइसी पार्थ सारथी पाल व जयनगर थाना के सब-इंस्पेक्टर पद के तीन अधिकारी त्रिदिव मल्लिक, सौमेन दास और तन्मय दास शामिल हैं. इस दिन सुबह एसआइटी में शामिल अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया, जहां से बच्ची की लाश मिली थी. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी मोस्तकिन सरदार उर्फ मुस्तकिम (19) पुलिस हिरासत में है. उससे भी अधिकारियों ने पूछताछ की है. पुलिस इस बात का भी पता लगाने में जुटी है कि घटना में आरोपी के अलावा और कोई भी शामिल था या नहीं. पुलिस आरोपी को लेकर जल्द घटना का पुनर्निमाण भी करा सकती है.

क्या है घटना :

गौरतलब है कि गत शुक्रवार देर रात महिषमारी में छात्रा का शव मिलने के बाद से ही इलाके में तनाव है. यहां रुक-रुक कर प्रदर्शन हो रहे हैं. आरोप है कि छात्रा से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी. फिर शव को फेंक दिया गया.

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