एक सप्ताह में मलेरिया से भी 179 लोग हुए पीड़ित कोलकाता. महानगर में इन दिनों डेंगू एवं मलेरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कोलकाता नगर निगम के अनुसार, शहर में फिलहाल 1081 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं. पिछले एक सप्ताह (17 से 24 नवंबर तक) में कोलकाता में 82 लोग डेंगू से संक्रमित हुए. तीन नवंबर तक डेंगू के 865 मामले सामने आये थे. इसकी संख्या 10 नवंबर तक बढ़कर 936, 17 नवंबर तक 999 और 24 तक 1081 हो गयी है. पिछले साल 24 नवंबर तक कोलकाता में 13,682 लोग डेंगू से पीड़ित हुए थे. तुलनात्मक रूप से इस वर्ष डेंगू के कुल मामलों में 92 फीसदी की गिरावट आयी है. लेकिन फिर भी डेंगू निगम के लिए चिंता का सबब बना हुआ है. निगम की ओर से बताया कि गया है कि दक्षिण कोलकाता से डेंगू के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं. बोरो 10 एवं 12 में डेंगू का प्रकोप फैला है. निगम के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 15 दिसंबर तक डेंगू का प्रकोप कम हो सकता है. क्योंकि, तापमान में गिरावट होने पर ही डेंगू के लार्वा नष्ट हो सकते हैं. फिलहाल स्थिति काफी भयावह नहीं है. वहीं, उत्तर कोलकाता में मलेरिया के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं. बोरो एक, चार, छह, सात, आठ, 10 और 12 से सबसे अधिक प्रभावित इलाके हैं. अब तक बोरो 10 से 239, बोरो चार से 1149, बोरो छह से 637, बोरो आठ से 1175, बोरो 12 से 192 मामले सामने आ चुके हैं. निगम स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 24 नवंबर तक कोलकाता में 5700 लोग मलेरिया से पीड़ित हो चुके हैं. एक सप्ताह में 179 नये मामले दिखे हैं. पिछले साल 24 नवंबर तक कुल 9,933 लोग मलेरिया से पीड़ित हुए थे. इस हिसाब से मलेरिया के मामलों में 42 प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है. मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि देशभर से लोग कोलकाता आते हैं. इस वजह से भी महानगर में मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं. डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान को जारी रहेगा. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है. कोलकाता में जागरूकता के कारण इस साल डेंगू के मामलों में 92 फीसदी की कमी आयी है. मौसम की अनियमितता के कारण भी मच्छर पनपने रहे हैं. इस समय भी बारिश हो रही है. यह वातावरण मच्छरों के प्रजनन के अनुकूल है. इसलिए हमें सचेत रहना चाहिए.
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