Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : अपनी कार्यशाली और बयानों के कारण सुर्खियों में रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip ghosh) ने पार्टी में आलोचकों को करार जवाब देते हुए कहा कि वह किसी की दया पर राजनीति नहीं करते हैं. श्री घोष पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं.
श्री घोष ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दिलीप घोष सब समय फ्रंट फुट पर खेलता है. किसी की परवाह नहीं करता है. किसी की दया पर राजनीति नहीं करता है. पिछले बार जब विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर दिल्ली आये थे. उस समय राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात का समय मांगा था, लेकिन मुलाकात नहीं हो पायी थी. मेरे जन्मदिन पर उन्होंने फोन किया किया. फिर उन्होंने सूचना भेजी थी कि उनसे आकर मुलाकात करें.
उन्होंने कहा कि मैं उत्तर बंगाल दौरे पर था. दौरा समाप्त कर मुलाकात के लिए दिल्ली आया हुआ. उन्होंने कहा कि साढ़े चार वर्ष कभी किसी से मुलाकात करने नहीं आये हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या मुकुल रॉय (Mukul roy) पार्टी में हैं? श्री घोष ने कहा कि मुकुल दा को सर्टिफिकेट देने वाला मैं कोई नहीं हूं. मुकुल रॉय भाजपा में हैं. यह मैं जानता हूं. वह बोले भी हैं कि भाजपा में हैं और रहेंगे.
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पार्टी में अपना वर्चस्व चलाने के संबंध में पूछे जाने पर श्री घोष ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय भी मैं अध्यक्ष था, लेकिन मुझ पर कोई आरोप नहीं लगे. 4 वर्ष अध्यक्ष रहते हुए हो गया है. उन्हें पुनर्निर्वाचित किया गया है. क्या पार्टी के लोग कम समझदार हैं. किसी का निजी हित हो ही सकता है. मुझसे भी भूल हो सकती है, लेकिन जो बोल रहे हैं. वह तृणमूल के साथ लड़कर दिखायें.
यह पूछे जाने पर कि कई लोगों को दायित्व नहीं दिया गया है. श्री घोष ने कहा कि जो बोल रहे हैं कि किसी को दायित्व नहीं दिये हैं. वह सूची दें. मैं किन लोगों को दायित्व दिया हूं. मैं सूची दे रहा हूं. कल पार्टी में आये थे टिकट देकर सांसद और विधायक बनाया गया है. कार्यकारिणी में शामिल किया गया है. मोर्चा दायित्व दिया गया है. पार्टी का दायित्व दिया है. जो ऐसी बात करते हैं, वह काम करना नहीं जानते हैं. ऐसे लोगों के लिए दरवाजा खुला है. जो काम करने योग्य हैं. उन्हें दायित्व दिया जायेगा, लेकिन यह लड़ाई कोलकाता में होनी चाहिए. मैदान में होनी चाहिए. पार्टी के भीतर नहीं.
पार्टी महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के मुकुल रॉय के साथ मुलाकात पर श्री घोष ने कहा कि मुकुल दा अस्वस्थ थे. सभी जानते हैं. मुकुल रॉय एकमात्र मीटिंग में शामिल हुए थे. इसीलिए उनसे मुलाकात करने गये. यह स्वाभाविक है.
Posted By : Samir Ranjan.