सीबीआइ की तफ्तीश से चिकित्सक संतुष्ट नहीं

आरजी कर कांड में संजय राय को दोषी करार कर दिया गया है. सोमवार को सियालदह कोर्ट में संजय राय की सजा का ऐलान होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 19, 2025 1:32 AM

संवाददाता, कोलकाता

आरजी कर कांड में संजय राय को दोषी करार कर दिया गया है. सोमवार को सियालदह कोर्ट में संजय राय की सजा का ऐलान होगा. पर इससे चिकित्सक वर्ग संतुष्ट नहीं है. शनिवार को सुनवाई के दौरान कई सीनियर व जूनियर डॉक्टर सियालदह कोर्ट के बाहर जुटे थे. शनिवार को कोर्ट की सुनवाई के बाद सर्विस डॉक्टर फोरम, मेडिकल सर्विस सेंटर, नर्सेस यूनिटी और ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स की ओर से संयुक्त रूप से सियालदह कोर्ट से मौलाली तक रैली निकाली गयी. इस रैली में आरजी कर आंदोलन के प्रमुख डॉ देवाशीष हाल्दार, डॉ अनिकेत महतो, सर्विस डॉक्टर फोरम के महासचिव डॉ सजल विश्वास, कोषाध्यक्ष डॉ सपन विश्वास, मेडिकल सर्विस सेंटर के डॉ विप्लव चंद्रा समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए. इस दौरान सर्विस डॉक्टर फोरम के महासचिव डॉ सजल विश्वास ने बताया कि अकेले संजय राय के दोषी करार किये जाने से हम संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि संजय राय इस घटना को अकेले अंजाम नहीं दे सकता. सीसीटीवी फुटेज में कई अन्य लोगों को भी आरजी कर के सेमिनार रूम में प्रवेश करते देखा गया था. वहीं, केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की रिपोर्ट में भी पांच लोगों का डीएनए की रिपोर्ट आयी है. तो अन्य चार लोग कहा हैं. डॉ विश्वास ने कहा : सियालदह अदालत में अन्य अपराधियों और सबूत नष्ट करने वालों के बारे में कुछ नहीं कहा गया. जहां केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट में मृतका के शरीर पर पांच लोगों के डीएनए पाये गये और सीसीटीवी फुटेज में 68 लोगों की गतिविधियां देखी गयीं. ऐसे लोग थे, जो क्राइम स्पॉट पर गये थे. पर असली अपराधियों को छिपाने के लिए उन महत्वपूर्ण साक्ष्यों को छोड़ देने से यह मुकदमा सिर्फ तमाशा मात्र रह गया है. कोलकाता पुलिस के निर्देशों का पालन करते हुए सीबीआइ ने मामले की जांच नहीं की.

जो केंद्र व राज्य सरकार के साथ मिलीभगत का नमूना है. इस वजह से केवल संजय राय को दोषी ठहराया गया. इससे न्याय प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हुई. परिणामस्वरूप सीबीआइ और न्यायपालिका के प्रति जनता की नकारात्मक धारणा बन गयी है, जिससे भविष्य में और अधिक खतरनाक घटनाएं घटने का मार्ग प्रशस्त हो गया.

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