संवाददाता, कोलकाता
महानगर में आरजी कर अस्पताल में एक जूनियर महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या मामले की जांच शीघ्र पूरी करने की मांग को लेकर आंदोलनकारी चिकित्सकों ने बुधवार को रैलियां निकालीं.
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के आरोपपत्र में केवल एक व्यक्ति को ही मुख्य आरोपी क्यों बताया गया है और मांग की कि केंद्रीय जांच एजेंसी 15 अक्तूबर से पहले आरोपपत्र में अन्य ‘दोषियों’ के नाम भी शामिल करे, जब उच्चतम न्यायालय में मामले की सुनवाई होनी है. आंदोलनकारी चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर साॅल्टलेक इलाके में करुणामयी से सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआइ कार्यालय तक एक रैली निकाली.
रैली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचने के बाद एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा : जांच रिपोर्ट में युवा चिकित्सक के साथ बलात्कार के पीछे कई लोगों की मौजूदगी का संकेत दिया गया है. फिर सीबीआइ ने आरोपपत्र में केवल एक व्यक्ति को ही आरोपी क्यों बताया? चिकित्सक ने कहा : उन्हें शीघ्र जांच करनी चाहिए और 15 अक्तूबर से पहले और नाम शामिल करने चाहिए, जब उच्चतम न्यायालय में सुनवाई होनी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है