कोलकाता. ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स, आइएमए की पश्चिम बंगाल शाखा और प्रोटेक्ट द वॉरियर्स की ओर से मंगलवार को रैली निकाली गयी और सॉल्टलेक स्थित वेस्ट बंगाल मेडिकल काउंसिल कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके बाद उक्त सगंठनों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल काउंसिल के रजिस्ट्रार से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा. इस विषय में ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स के संयुक्त संयोजक डॉ पुण्यव्रत गुण ने बताया कि मेडिकल काउंसिल को भंग किये जाने की मांग पर रजिस्ट्रार मानस चक्रवर्ती को ज्ञापन सौंपी गयी है. उन्होंने आरजी कर मामले में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या मामले में काउंसिल के कई सदस्यों से केंद्रीय जांच एजेंसी पूछताछ की है. उन्होंने मेडिकल काउंसिल के कामकाज में पारदर्शिता की जरूरत है. क्योंकि काउंसिल केवल डॉक्टरों को रजिस्ट्रेशन नहीं देती है, बल्कि चिकित्सकीय लापरवाही से संबंधित मामलों की भी सुनवाई करती है. उन्होंने बताया कि ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स की ओर से काउंसिल के एक कानूनी नोटिस भी भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इस साल जनवरी महीने में काउंसिल के एक सदस्य की मौत हो गयी थी. नियमानुसार किसी सदस्य की मौत के बाद दो माह के अंदर रिक्त पद भरने की कार्रवाई की जानी चाहिये, जो आठ महीने बाद भी नहीं हुआ है. ज्ञापन में डॉक्टरों के इस संगठन की ओर से कहा गया है कि काउंसिल ने अब तक डॉ विरुपाक्ष विश्वास, अभिक दे, मुस्तफिजुर रहमान, शेख मोहम्मद और शुभंकर घोष के खिलाफ ठोस कार्रवाई किये जाने की मांग की गयी है. बताया गया है कि काउंसिल के पांच से अधिक सदस्यों ने इस बीच इस्तीफा भी दिया है. ऐसे में आयोग का कामकाज कैसे हो सकता है. डॉ गुण ने बताया कि काउंसिल के रजिस्ट्रार ने हमारी सभी मांगों को न्याय संगत बताया साथ है और इन मांगों को अमल में लाये जाने का आश्वासन भी दिया गया है.
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